D C Monica Gupta: जिला को आवारा पशु मुक्त बनाने के लिए डीसी ने की गोशालाओं के संचालकों के साथ बैठक

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गौशाला संचालकों के साथ बैठक करती उपायुक्त मोनिका गुप्ता।
गौशाला संचालकों के साथ बैठक करती उपायुक्त मोनिका गुप्ता।
  • पुनर्वासित आवारा मवेशियों का उचित रिकॉर्ड रखने के लिए होगी गुलाबी रंग की ईयर टैगिंग
  • अतिरिक्त आवारा मवेशियों के लिए बुनियादी ढांचे के लिए सरकार देगी 7000 प्रति आवारा पशु
  • दैनिक आधार पर मिलेंगे 20 से 40 रुपए
  • गौशाला संचालकों ने की सरकार के कदम की सराहना पंजीकृत गौशालाओं को चारा अनुदान के तौर पर दी जा चुकी एक करोड़ 38 लाख की सहायता राशि

Aaj Samaj (आज समाज), D C Monica Gupta, नीरज कौशिक, नारनौल :
जिला में घूम रहे बेसहारा गौवंश को नजदीकी गौशालाओं में भेजने के लिए आज उपायुक्त मोनिका गुप्ता (आईएएस) ने जिला की सभी गौशालाओं के संचालकों के साथ बैठक की।

इस बैठक में डीसी ने बताया कि बेसहारा गौवंश को गौशालाओं में विस्थापित करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान पुनर्वासित गौवंश का उचित रिकॉर्ड रखने के लिए गुलाबी रंग की ईयर टैगिंग की जाएगी। इसमें 12 अंकों का बार कोड होगा। नए पुनर्वासित गौवंश को अलग रखना होगा ताकि नए पुनर्वासित गौवंश की गिनती आसानी से की जा सके।

उन्होंने बताया कि सरकार के निर्देश अनुसार अतिरिक्त गौवंश के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे के लिए 7000 प्रति गौवंश एवं दैनिक आधार पर 20 रूपए बछड़ियों, 30 रुपए गाय एवं 40 रुपए नंदी के लिए दिए जाएंगे। इस योजना में शामिल होने के लिए एक गौशाला को कम से कम 50 पशु लेने होंगे। उन्होंने बताया कि इनके लिए चारा अनुदान के तौर पर छोटे पशुओं के लिए 20 रुपए, बड़े पशुओं के लिए 30 रुपए तथा नदी के लिए 40 रुपए प्रति मवेशी प्रतिदिन दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिला की पंजीकृत गौशालाओं को इस साल एक करोड़ 38 लाख रुपए की चारा अनुदान के तौर पर सहायता दी जा चुकी है।

उन्होंने बताया कि विकास एवं पंचायत विभाग हरियाणा ग्रामीण क्षेत्र से आवारा पशुओं को पकड़ने और गंतव्य सूची के अनुसार पहले से मौजूद गौशालाओं तक पहुंचाने के लिए जिम्मेदार होगा। शहरी स्थानीय निकाय विभाग, शहरी क्षेत्र से आवारा पशुओं को पकड़ने और गंतव्य सूची के अनुसार पहले से मौजूद गौशालाओं तक पहुंचाने के लिए जिम्मेदार होगा।

इस संबंध में पशुपालन विभाग के डीडीए डॉ. नसीब सिंह ने बताया कि जिला में 21 पंजीकृत गौशालाओं में 18500 गोवंश मौजूद हैं। फिलहाल जिला में लगभग 4500 आवारा गोवंश है। मुख्यमंत्री के निर्देश अनुसार इन सभी को विभिन्न गौशालाओं में भेजा जाना है।

इस मौके पर गौशाला संचालकों ने गौ संरक्षण के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की। उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा।

उपायुक्त मोनिका गुप्ता के आह्वान पर सभी गौशाला संचालकों ने जिला को आवारा पशु मुक्त करने का संकल्प लिया।

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