नई दिल्ली। पहले पश्चिम बंगाल और उड़ीसा मे चक्रवात के संबंध मे ंहाई अलर्ट जारी किया गया था और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया था। हालांकि वहां भी चक्रवात ने खासा नुकसान पहुंचाया और केंद्र की ओर से एक हजार करोड़ की राहत राशि बंगाल को दी गई जबकि उड़ीसा को 500 करोड़ की राशि अपने नुकसान से उबरने के लिए दी गई। अब नए चक्रवात का खतरा मुंबई और गुजरात में मंडरा रहा है। गुजरात में चक्रवाती तूफान निसर्ग से निपटनेके लिए तैयारियों की जा रहीं हैें। वलसाड और नवसारी जिले में स्थित 47 गांवों से करीब 20 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंया जा रहा है। मौसम विभाग ने मंगलवार को संकेत दिया कि हो सकता है कि चक्रवाती तूफान गुजरात तट पर न पहुंचे। राज्य मौसम विभाग केंद्र के निदेशक जयंत सरकार ने कहा कि हालांकि इसका प्रभाव तटीय क्षेत्रों में तेज हवाओं और भारी वर्षा के रूप में सामने आ सकता है। एहतियाती कदम के तौर पर वलसाड और नवसारी जिला प्रशासनों ने तट के पास रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू कर दिया है। कुल मिलाकर दोनों जिलों से करीब 20 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाएगा। वलसाड के जिला कलेक्टर आर आर रावल ने कहा, हमने 35 तटीय गांवों से करीब 10 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए हमारी टीमें लगाई हैं। हमने आश्रय स्थलों की पहचान कर ली है और लोगों को निकालने का काम शुरू कर दिया है। सटे नवसारी जिले के कलेक्टर ए अग्रवाल ने कहा कि प्रशासन ने 12 गांवों के 10,200 लोगों को स्थानांतरित करने की प्रक्रिया शुरू की है।