Cyclone Jawad Latest Update
आज समाज डिजिटल, हैदराबाद :
बंगाल की खाड़ी में आकार ले रहा चक्रवाती तूफान अगले 24 घंटे में ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों से टकरा सकता है। कल यानि 4 दिसंबर को ये तूफान आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तट से टकराएगा। इस चक्रवाती तूफान की वजह से आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के 13 से ज्यादा ज़िलों में तेज़ हवाओं के साथ भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक तूफान के असर से 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। और पूरे देश में अलर्ट जारी किया है। सेना और NDRF को भी अलर्ट कर दिया गया है।
पीएम ने की इंतजामोें की समीक्षा (Cyclone Jawad Latest Update)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी तूफान से निपटने के लिए किए जा रहे इंतजामों की समीक्षा की है। उन्होंने केंद्र और राज्य की एजेंसियों को बचाव कार्य से संबंधित कई निर्देश दिए हैं।
पीएम ने कहा, हमें इस बात की हर संभव कोशिश करनी है कि चक्रवात से जान-माल का नुमसान न हो। बचाव कार्य के बंदोबस्त पहले से ही कर लिए जाएं। कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने भी बैठक कर प्रभावित क्षेत्र से सभी लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने व मछुआरों और नावों को समुद्री क्षेत्र से हटाने के निर्देश दिए हैं।
आज आधी रात के बाद बढ़गी हवा की स्पीड, 90 ट्रेनें कैंसिल (Cyclone Jawad Latest Update)
आज मध्यरात्रि के बाद हवा की गति बढ़ने के आसार हैं। शुरुआत में हवा की रफ्तार 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा रहने की संभावना है। इसके बाद कल दोपहर बाद यह 100 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है। आज से ही प्रभावित क्षेत्रों में बारिश के आसार हैं। चक्रवात के कारण एहतियात के तौर पर पूर्व तट रेलवे ने आज और कल चलने वाली 95 मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों को रद कर दिया है।
जानिए कैसे तूफान का नाम जवाद पड़ा (Cyclone Jawad Latest Update)
बता दें, इस बार चक्रवात का जवाद नाम सऊदी अरब ने दिया है। अरबी भाषा का यह शब्द है और इसका अर्थ उदार या दयालु होना है। इस नाम के पीछे यह भी तर्क दिया गया है कि यह तूफान ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाएगा। तूफानों के नाम दुनिया के विभिन्न देशों के बीच हुए समझौते के आधार पर रखे जाते हैं। 1953 में इस संबंध में हुई संधि में भारत समेत दुनिया के 13 देश शामिल हैं।
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