किसानों ने ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर मुजावजे के लिए किया आवेदन
Chandigarh News (आज समाज) चंडीगढ़: हरियाणा के 51 हजार किसानों ने ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर मुआवजे के लिए आवेदन किया है। इन किसानों की बारिश और ओलावृष्टि के कारण फसल खराब हुई है। पिछले महीने हुई ओलावृष्टि और भारी बारिश से रबी की फसलों को हुए नुकसान के लिए अब तक नौ जिलों के किसानों ने मुआवजे के दावे दायर किए हैं। अभी तक ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल 51353 ने दावे दायर किए है।

यह आंकड़ा बढ़ सकता है। आज ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर दावा दायर करने आ अंतिम दिन है। किसानों की बढ़ती संख्या और खराब मौसम को देखते हुए सरकार ने पोर्टल पर दावा दायर करने की अंतिम तिथि एक दिन बढ़ाई है।

इन किसानों को मिलेगा लाभ

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत पंजीकृत नहीं होने वाले प्रभावित किसानों को राज्य सरकार की नीति के तहत मुआवजा मिलेगा। हालांकि, राहत पाने के लिए मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण अनिवार्य है।

चरखी दादरी में 63,695 एकड़ में खड़ी फसल को हुआ नुकसान

सूबे के 1,756 गांवों में 2,62,886 एकड़ में कुल फसल का नुकसान हुआ है। सबसे ज्यादा दावे चरखी दादरी से आए हैं। यहां 168 गांवों के 12,962 किसानों ने 63,695 एकड़ फसल के नुकसान की सूचना दी है, इसके बाद हिसार के 249 गांवों के 7,173 किसानों ने 43,779 एकड़ नुकसान की सूचना दी है। वहीं गुरुग्राम में 162 गांवों के 7,152 किसानों ने 32,691 एकड़ नुकसान की सूचना दी है। रेवाड़ी में 281 गांवों के 6,982 किसान, 31,040 एकड़ से अधिक प्रभावित हुई है।

इन जिलों में भी हुआ काफी नुकसान

वहीं महेंद्रगढ़ जिले के 339 गांवों के 6,800 किसानों ने 28,115 एकड़ नुकसान की सूचना दी है। झज्जर जिले के 220 गांवों के 6,093 किसान, 32,734 एकड़ को कवर करते हैं, फतेहाबाद – 143 गांवों के 2,657 किसान, 18,359 एकड़ नुकसान की सूचना दी है। वहीं पलवल जिले में 190 गांवों के 1,792 किसान, 10,188 एकड़ से अधिक प्रभावित हुए हैं। रोहतक जिले में चार गांवों के 314 किसानों ने 2,280 एकड़ भूमि के नुकसान की रिपोर्ट दी है।

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