आज समाज डिजिटल, CRISIL Report on Cement Production : देश में इस समय घरों की मांग तेजी से बढ़ रही है। वहीं सरकार के बुनियादी ढांचा क्षेत्र पर आक्रामक निवेश के कारण देश में सीमेंट की मांग में तेजी आएगी। इसी के मद्देनजर घरेलू रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने अपने रिपोर्ट में कहा है कि इसकी वजह से सीमेंट उत्पादकों को वित्त वर्ष 2026-27 तक 1.2 लाख करोड़ रुपए के निवेश के साथ 14.5-15.5 करोड़ टन की अतिरिक्त क्षमता जोड़ने की जरूरत होगी।
वर्तमान में आवास क्षेत्र का सीमेंट की मांग में 60-65 प्रतिशत हिस्सा है। भारत 57 करोड़ टन स्थापित क्षमता के साथ दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सीमेंट उत्पादक है। पहले स्थान पर चीन है। रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2011-12 और 2022-23 के बीच 35.3 करोड़ टन से 57 करोड़ टन तक स्थापित क्षमता में 61 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
एजेंसी ने कहा कि सीमेंट कंपनियों के विस्तार की होड़ में जाने और वित्त वर्ष 2022-23 और 2026-27 के बीच 14.5-15.5 करोड़ टन क्षमता जोड़ने की उम्मीद है। यह ऊंचे आधार प्रभाव पर सालाना 4-5 प्रतिशत वृद्धि को दर्शाता है। क्रिसिल के अनुसार, अगले पांच वित्त वर्ष में सालाना आधार पर मांग में छह-सात प्रतिशत की मजबूत वृद्धि से आपूर्ति को प्रोत्साहन मिलेगा।
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