डॉ रविंद्र मलिक, चंडीगढ़:
Covid and Omicron Positive Transgender: हरीयाणा में कोरोनी की तीसरी लहर का प्रकोप जारी है और हर रोज के मरीजों का आंकड़ा 9000 को भी पार कर गया है। स्थिति दिन ब दिन गंभीर होती जा रही है। दूसरी लहर के दौरान डेल्टा वेरिएंट ने जमकर कहर बरपाया था और अब कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन भी लोगों पर भारी पड़ रहा है।(Covid and Omicron Positive Transgender)
हालात ये हैं कि प्रदेश में हर रोज नए वेरिएंट के 8 से 10 मामले रिपोर्ट हो रहे हैं। सरकार व स्वास्थ्य विभाग निरंतर लोगों को आगाह कर रहा है कि नया वेरिएंट भी बेहद खतरनाक है लेकिन लापरवाही बरतने से गुरेज नहीं कर रहे हैं।
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गौरतलब है कि गुरुग्राम, फरीदाबाद और पंचकूला में कोरोना के नए मामलों में निरंतर इजाफा हो रहा है, पंचकूला में भी मामले चार अंकों में पहुंच गए हैं। इसके अलावा जीटी रोड बेल्ट पर पड़ने वाले जिलों में भी हालात निरंतर बेकाबू हो रहे हैं जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं बढ़ी हैं। इसके अलावा ये भी बता दें कि कोरोना की चपेट में महिला-पुरूषों के अलावा ट्रांसजेंडर भी निरंतर बीमारी की चपेट में आ रहे हैं।
ओमीक्रॉन के इस महीने 100 से ज्यादा मामले Covid and Omicron Positive Transgender
नए ओमिक्रॉन वेरिएंट की बात करें तो अब तक प्रदेश में कुल 169 मामले रिपोर्ट हो चुके हैं। 2 जनवरी तक बीमारी के मरीजों की संख्या 63 थी जिनमें से 58 को वैक्सीन के दोनों डोज भी दिए गए थे। ऐसे में स्थिति यहां चिंतनीय है कि दोनों वैक्सीन दिए जाने के बाद भी लोगों को कोरोना हो रहा है। हालांकि मरीजों के ठीक होने की गति भी काफी अच्छी है जिसके चलते कुछ हद तक राहत है। 2 जनवरी के बाद के आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता है कि अब तक 100 से ज्यादा मरीज रिपोर्ट हो चुके हैं और हर रोज करीब 8 से 10 मरीज हर रोज सामने आ रहे हैं।
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फिलहाल 5 हजार से ज्यादा बेड रिजर्व में Covid and Omicron Positive Transgender
वहीं स्वास्थ्य विभाग के अनुसार कोरोना को लेकर तमाम इंतजाम किए जा चुके हैं। सरकारी अस्पतालों में 5 हजार से ज्यादा बेड का इंतजाम कोरोना मरीजों के लिए किया गया है। मरीजों के लिए कुल 5160 बेड रिजर्व हैं और इनमें 150 पर ही मरीज हैं। वहीं प्राइवेट अस्पतालों में बेड की संख्या करीब 9089 है और इनमें करीब 8700 खाली हैं। इसके अलावा सरकारी अस्पतालों में आईसीयू बड की बात करें तों संख्या 508 और शनिवार तक महज 23 मरीज ही आईसीयू में थे। इसके अलावा प्राइवेट अस्पतालों में 3441 आईसीयू बेड थे जिनमें से 126 पर मरीज थे और बाकी खाली थे।
अभी 23 लोगों को दूसरी डोज दी जानी बाकी है Covid and Omicron Positive Transgender
सरकार निरंतर कह रही है कि कोरोना को हराने के लिए वैक्सीन के दोनों डोज बेहद जरुरी है लेकिन अभी स्थिति ये है कि प्रदेश में अभी भी 23 फीसद लोगों को दूसरी डोज लगनी बाकी है। इसके चलते भी स्वास्थ्य विभाग की परेशानी बढ़ी है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग निरंतर मंथन कर रहा कि कैसे जल्द से जल्द सभी लोगों को दूसरी डोज दी जाए। इसके अलावा ये भी बता दें कि कई जिलों में कोरोना की पहली डोज दिए जाने की दर भी संतोषजनक नहीं है। कम से कम पांच जिले तो ऐसे हैं जहां वैक्सीनेशन का काम धीमे स्तर पर चल रहा है।
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अभी भी 6.23 लाख को पहली डोज दी जानी है Covid and Omicron Positive Transgender
मिली जानकारी अनुसार सामने आया है कि अभी 623919 लोगों को कोरोना की पहली डोज दी जानी है और ये लंबित है। ऐसे में जरुरत है कि वैक्सीनेशन प्रक्रिया में तेजी लाई जाए। हालांकि सरकार अपने स्तर पर पूरे प्रयास कर रही है कि बचे हुए योग्य कैंडिडेट्स को बिना किसी देरी के वैक्सीन दी जाए। वहीं स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी अनुसार प्रदेश में 1 अक्टूबर 2021 तक वैक्सीन देने योग्य कुल 20580000 जनसंख्या थी और कल 103 फीसद लोगों को वैक्सीन दी चुकी है। उपरोक्त आंकड़े 15 जनवरी के हैं।
कोट्स
लोगों को निरंतर आगाह किया जा रहा है कि वो कोरोना के खतरे को देखते हुए जरूरी एहतियात बरतें और मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो करें। नियम तोड़ने वालों के साथ सख्ती से निपटा जाएगा। साथ ही लोगों से अपील है कि वो वैक्सीन लगवा लें क्योंकि कोरोना का हराने में ये बेहद अहम है।
अनिल विज, हेल्थ और होम मिनिस्टर