कैथल। जूनियर रेडक्रॉस का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य, सेवा और मित्रता है। हम अपने और दूसरों के स्वास्थ्य कायम रखने के साथ-साथ सहयोग और सेवा का महान अवसर प्राप्त करते हैं। जिस तरह अच्छी हवा, अच्छा खानपान किसी भी इंसान के सेहतमंद रहने के लिए जरूरी होता है, उसी प्रकार हमारी हास्य और ध्यान सेहतमंद जीवन का मूल मंत्र है। यह विचार जिला जूनियर रेड क्रॉस काउंसलर राजा झींंजर ने लोगों को जागरूक करते हुए कहे। झींजर ने कहा कि हमारी अनावश्यक जरूरतों और भावनाओं ने मानसिक तनाव में वृद्धि की है जो पारिवारिक और सामाजिक विकास की सबसे बड़ी बाधा है। उन्होंने कहा कि अगर आप सुबह-शाम हंसने की आदत डाल लें तो कोई भी बीमारी, चाहे मानसिक हो या शारीरिक आपके पास भी नहीं आएगी।
झींजर ने कहा कि उत्साह के साथ चिंता का सामना किया जा सकता है, चिंता चिता समान होती है। हमें बुजुर्गों और बच्चों के साथ हमेशा मुस्कुराहट और खुशी भरा व्यवहार करना चाहिए। जूनियर रेड क्रॉस काउंसलर टीम ने जरूरतमंद बस्ती वासियों को कोविड-19 जनसुरक्षा थाली एवं फल वितरित किए। समाजसेवी जेआरसी काउंसलर बूटा सिंह ने कहा कि हास्य मानवीय जीवन से लुप्त होता जा रहा है और आए दिन हमारा जीवन तनाव की लुटिया बन गया है। उन्होंने कहा कि योग और हास्य ही तनाव मुक्ति का सार्थक उपाय है।
उन्होंने लोगों को सामाजिक दूरी के साथ फेस मास्क लगाने और कोविड-19 टीकाकरण के लिए प्रेरित किया। सरकारी हॉस्पिटल के डॉक्टर सुशील शर्मा बेबी ने विभिन्न बीमारियों कोरोनावायरस, डेंगू, मलेरिया, जापानी बुखार आदि के कारण, लक्षण एवं उपचार बारे जागरूक किया और उन्होंने कहा कि हमारा जीवन आए दिन जटिलता का सामना कर रहा है। बेबी ने कहा कि जहां महामारी या प्राकृतिक आपदाओं ने मनुष्य को पंगु बना दिया है वहीं स्वयं मनुष्य भी अपने स्वार्थ सिद्धि के लिए किसी भी मायने में पीछे नहीं है। समाज सेविका आशा रानी और संतोष कुमारी ने भी लोगों को स्वच्छता का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि बुजुर्ग और बच्चे राष्ट्रीय धरोहर हैं इनकी उचित देखभाल और खुशहाल परिवेश की स्थापना हम सबका दायित्व है। इस अवसर पर मनदीप, पाल सिंह, मनोज कुमार, कृपाल सिंह, संजीव कुमार, बिन्नी, विश्वास राय, बच्चन सिंह, कपूरी देवी, लालचंद इत्यादि लोग उपस्थित थे।