आज समाज डिजिटल
नई दिल्ली। कोरोना की तीसरी लहर की संभावना के बीच बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन आने की उम्मीद एक कदम और आगे बढ़ने वाली है। दिल्ली के एम्स में 2 से 6 साल के बच्चों को लिए कोवैक्सिन की दूसरी डोज का ट्रायल अगले सप्ताह से शुरू हो सकता है। इस एज ग्रुप के बच्चों को पहली डोज दी जा चुकी है। न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से यह खबर दी है। स्वदेशी कंपनी भारत बायोटेक बच्चों के लिए पहली एंटी कोरोना वैक्सीन का ट्रायल कर रही है। राजधानी में 6 से 12 साल के बच्चों को वैक्सीन की दूसरी डोज पहले ही दी जा चुकी है। फिलहाल देश में 2 से 18 साल की उम्र के बच्चों पर कोवैक्सीन का ट्रायल जारी है। दिल्ली के एम्स सहित देश के छह सेंटरों पर 575 बच्चों पर यह ट्रायल हो रहा है। पहले डोज का वैक्सीनेशन हो चुका है, दूसरे डोज की भी शुरूआत हो चुकी है। लेकिन, इसका रिजल्ट आने में सितंबर तक का समय लग सकता है।
अंतिम रिपोर्ट आने के बाद ही फैसला लिया जा सकता है कि बच्चों में इस वैक्सीन का इस्तेमाल किया जाए या नहीं। बच्चों को उनकी उम्र के अनुसार श्रेणियों में अलग करके तीन चरणों में ट्रायल किया जा रहा है। पहला परीक्षण 12-18 वर्ष के आयु वर्ग में शुरू किया गया था, उसके बाद 6-12 वर्ष और 2-6 वर्ष के आयु वर्ग में, जिनका वर्तमान में परीक्षण चल रहा है। हाल ही में, केंद्र ने दिल्ली हाईकोर्ट को बताया था कि उडश्कऊ का क्लिनिकल ट्रायल-18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए 19 टीके जल्द ही पूरा होने वाला है। न्यूज रिपोर्ट के अनुसार सूत्रों का कहना है कोवैक्सीन से पहले भारत में जाइडस की जायकोव-डी वैक्सीन का इस्तेमाल शुरू हो सकता है। इस वैक्सीन ने इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए डीजीसीआई से मंजूरी मांगी है। उम्मीद है कि इस वैक्सीन को जल्द इस्तेमाल की अनुमति मिल सकती है। लेकिन इसका ट्रायल 12 से 18 साल के बच्चों पर ही हुआ है, इसलिए बहुत छोटे बच्चों को यह वैक्सीन नहीं दी जा सकती।