Karnal News: घरौंडा में सरपंच पर भ्रष्टाचार के आरोप

0
172
घरौंडा में सरपंच पर भ्रष्टाचार के आरोप
घरौंडा में सरपंच पर भ्रष्टाचार के आरोप

ग्रामीण बोले- पंचायती जमीन पर कब्जा और पेड़ बेचे,
डीसी ने जांच के आदेश दिए
(आज समाज) करनाल: हरियाणा में करनाल जिले के घरौंडा कस्बे के अंतर्गत आने वाले झिंवरेहड़ी गांव के सरपंच व पूर्व सरपंच पर पंचायत की भूमि पर अवैध कब्जा, पेड़ों की अवैध कटाई और पंचायत फंड का दुरुपयोग करने के गंभीर आरोप लगे हैं। शहरी विकास एवं निकाय मंत्री को ग्रामीणों ने कष्ट निवारण समिति की बैठक में पूरे मामले की शिकायत करते हुए विजिलेंस जांच की मांग की थी। जिस पर मंत्री ने संज्ञान लिया और डीसी को जांच के आदेश दे दिए। डीसी ने बीडीपीओ को पूरे मामले की जांच कर एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट जमा करवाने के आदेश दिए हैं। झिंवरेहड़ी गांव के सलिंद्र कुमार व नंबरदार धर्मपाल ने शिकायत में आरोप लगाया है कि झिवरेहड़ी गांव की 7 हैक्टेयर खाली पड़ी पंचायत भूमि पर 2020-2021 में वन विभाग द्वारा 7700 शीशम के पेड़ लगाए गए थे। यह पेड़ 3 साल बाद पंचायत को सौंपे जाने थे, लेकिन सरपंच सुषमा देवी और उनके ससुर राजबीर ने मिलीभगत कर बिना वन विभाग की अनुमति के हजारों हरे-भरे पेड़ों को कटवाकर बेच दिया। इस मामले की शिकायत करनाल डीसी और सीएम विंडो को की गई थी। वन विभाग द्वारा की गई जांच में पेड़ों के अवशेष पाए गए और फोटोग्राफ्स भी लिए गए। वन विभाग ने इस शिकायत को सही पाया और बीडीपीओ को कार्रवाई के लिए लिखा गया, लेकिन कोई भी कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा कि सरपंच ने डेरा सच्चा सौदा द्वारा 15 अगस्त 2021 को स्टेडियम में लगाए गए 160 पौधों को मिट्टी डलवाने की एवज में नष्ट कर दिया। यही नहीं, सरपंच ने पंचायत की भूमि पर अवैध कब्जा कर वहां मोबाइल टावर लगवाया और पंचायत फंड का दुरुपयोग करके चारदीवारी और गली बनाई। इसके अलावा, पूर्व सरपंच ने पंचायत की जमीन में रास्ता बनाया था, जिसे मौजूदा सरपंच ने रंजिश के चलते उखाड़ दिया और ईंटों को खुर्दबुर्द कर दिया। शिकायत में गांव के जोहड़ का पानी निकालने और मंदिर के पास वाले जोहड़ को मनरेगा के बजाए जेसीबी से खुदवाने के भी आरोप हैं। गांव में एक ही व्यक्ति तीन पोस्ट पर कार्यरत है और पंचायत के कार्यों में उसके परिवार के सदस्यों की दिहाड़ी चढ़ाई जाती है। डीडीपीओ कृष्ण लाल ने बताया कि आज में बाहर हूं। रिकॉर्ड चेक करके ही बताया जा सकता है कि झिंवरेहड़ी की कोई शिकायत कार्यालय में पहुंची है या नहीं। शिकायत के अनुसार जो भी कार्रवाई होगी, वह की जाएगी।