Corridor Built in Mathura श्रीकृष्ण की जन्म भूमि मथुरा में बने कोरिडोर: स्वामी ज्ञानानंद
प्रवीण वालिया, करनाल:
Corridor Built in Mathura : महामंडलेश्वर गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज (Swami Gyananand) ने कहा कि अयोध्या और बनारस में कोरिडोर बनने के बाद श्री कृष्ण की जन्म भूमि मथुरा और वृंदावन में कोरिडोर बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण के मंदिरों के पास बनारस की तर्ज पर यमुना को भी लाना चाहिए। जिस से भगवान कृष्ण के दर्शन से पहले भक्तजन यमुना में स्नान कर सके।
विदेशी संसदों में हो रही गीता की स्थापना
उन्होंने कहा कि जब विदेशों की संसदों में श्रीमद्भागवत गीता जी की स्थापना हो रही है। तो फिर भारत सरकार को भी संसद और राज्यों की विधानसभाओं में श्रीमद्भभा गवत गीता की स्थापना करनी चाहिए।(Corridor Built in Mathura) स्वामी ज्ञानानंद जी करनाल में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इससे पहले श्री कृष्ण् धाम में श्री कृपा विहारी महाराज के प्रकट्योत्सव की वर्षगांठ पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्वामी जी ने धमार्लुओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि सरकार जीयो गीता को पाठ्यक्रम में शामिल करे। इससे बच्चों को संस्कार मिलेंगे।
भटकाव में सत्संग ही दिखा रहा राह
आज भटकाव के दौर में सत्संग और गीता जी ही सही मार्ग दिखा सकती हैं। उन्होंने कहा कि समाज को आज नकारात्मक सोच से सकारात्मकता की तरफ ले जाने की जरूरत है।(Corridor Built in Mathura) इस अवसर पर मेयर रेनूवाला गुप्ता, भाजपा के जिलाध्यक्ष योगेंद्र राणा,मुख्यमंत्री के मीडिया कोडीर्नेटर जगमोहन आनंद, समाजसेवी और भाजपा के कोषाध्यक्ष ब्रज गुप्ता, हरी कृष्ण गुप्ता तिलक अरोड़ा, राम कुमार गुप्ता, श्याम अरोड़ा, श्याम बत्रा समाजसेवी भारतभूषण कपूर,नवीन कुमार, रमेश गुप्ता नवीन बत्रा, के साथ अन्स मौजूद थे। स्वामी जी ने श्री कृपा विहारी उत्सव का आगाज किया। भजनों का कार्यक्रम किया गया। भगवान की कृपा पाने के लिए भक्ति करनी चाहिए।
धन और प्रभाव हमेशा काम नहीं आता
उन्होंने कहा जीवन सत्ता और धन की असलियत को रोना काल ने बता दी है। धन और प्रभाव कभी काम नहीं आता है। भगवान की कृपा के आगे सब कुछ व्यर्थ है। उन्होंने कहा कि मरीशश, मालद्वीव, आस्ट्रेलिया,इंगलैंड में कनाडा में श्री मद्भभागवत गीता में दिए संदेशों की बयार चल रही है। श्री मद्भभागवत गीता कोई धार्मिक ग्रंथ न होकर लाइफ स्टाइल की कला है। जीवन जीयो गीता के बिना अधूरा है। भगवान कृष्ण ने अर्जुन को जो कहा वह पूरी मानवता के लिए था। उन्होंने कहा कि गीता पुराण वेद और रामयाण के साथ महाभारत में समाज को संचालित करने का मार्गदर्शन किया है। इस अवसर पर जीयो गीता का पाठ किया गया।