पटियाला।पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि वर्चुअल तरीके ने छात्रों को शिक्षा प्राप्त करने में बहुत मदद की है और और अब एक एजुकेशन हब के रूप में विकसित हो रहा है। नई शिक्षा नीति पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों के विभिन्न विश्वविद्यालय पंजाब में कैंपस स्थापित करने में रुचि दिखा रहे हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने चितकारा यूनिवर्सिटी की टीम की भी सराहना करते हुए कहा कि चितकारा यूनिवर्सिटी पंजाब क्षेत्र में अग्रणी विश्वविद्यालय है और उन्होंने शिक्षा को ऑनलाइन मोड में में पहुंचाने के लिए जो नेतृत्व किया है उसी तरह से शिक्षा विभाग द्वारा भी सरकारी स्कूलों में भी ऐसा ही किया जा रहा है।
पोस्ट-कोविद दुनिया के लिए पंजाब के युवाओं को उद्योगों की जरूरतों के लिए तैयार करने चितकारा यूनिवर्सिटी ने रीकेलीब्रेट 2020 के नाम से पहली बार वर्चुअल राउंड टेबल डिस्कशन का आयोजन किया, जिसकी पंजाब के मुख्यमंत्री ने अध्यक्षता की। एक घंटे तक इस वर्चुअल राउंड टेबल डिसकसन का मुख्य फोकस इस बात पर ही रहा कि राज्य के स्नातकों को किस तरह से पोस्ट-कोविद दुनिया के लिए तैयार किया जा सकता है। इस चर्चा में विभिन्न क्षेत्रों के उद्योगों के लीडर्स व पंजाब सरकार के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। इस सभी ने इस बात पर विचार किया कि विभिन्न संस्थानों के छात्रों को नए वातावरण के अनुकूल किस तरह से ढाला जा सकता है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब में कोविद की स्थिति पर प्रकाश डाला और कहा कि कोरोनोवायरस मामले अगले दो हफ्तों में चरम पर पहुंच सकते हैं, इसके बाद इसमें कमी आना शुरु हो जाएगा।
उन्होंने रोजगार योजनाओं और अन्य योजनाओं के बारे में भी बात की और बताया कि इन्हें जल्द ही शुरु किया जाएगा। कैप्टन ने कहा है कि, “हमें गांवों में रहने वाले लोगों पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है, क्योंकि 65% आबादी वहां निवास करती है।”
इससे पहले, चितकारा यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ अशोक के चितकारा ने कैप्टन अमरिंदर सिंह का स्वागत किया और कहा, “ये, कोई शक नहीं, असाधारण रूप से अशांत समय है, हर कदम पर चुनौतियों से भरा है और कोई भी अन्य नेता हम सबको को इस कठिन परिस्थितयों से इतने शानदार ढंग से नहीं उबार सकता है जैंसे कि मुख्यमंत्री ने किया है। इस मौजूदा स्थिति में उनकी भूमिका असाधारण व अनुकरणीय रही है। “
इस महत्वपूर्ण बहस में भाग लेने के लिए कैप्टन अमरिंदर सिंह और अन्य गणमान्य व्यक्तियों को धन्यवाद देते हुए, चितकारा यूनिवर्सिटी की प्रो चांसलर डॉ मधु चितकारा ने कहा, “भारत की सबसे बड़ी ताकत इसकी युवा आबादी है, और शिक्षाविदों के रूप में, हमें इन युवा, इंटेलीजेंट बिग्रेड को सही दिशा देने की बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री के विचारों को सुनकर, हमें अब चुनौतियों की बेहतर समझ बनी है। उद्योगों के प्रोफेशनल्स के विचारों से हमें यह ज्ञात हो गया है कि समाधान खोजना हमारे हाथ में है। “
इस कार्यक्रम की शुरुआत चितकारा यूनिवर्सिटी की प्रो-वाइस-चांसलर कविता तारगी ने एक संक्षिप्त संबोधन के साथ हुई। उन्होंने महामारी के कारण होने वाले काम और जीवनशैली में बदलाव पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा इतिहास में गोलपोस्ट्स की अवधारणा इस तरह से नहीं बदला गया होगा जैसा कि इस समय में बदला गया है
इसलिए हमने उद्योग, शिक्षा, और सरकार के प्रतिनिधियों को बुलाकर वर्चुअल राउंड टेबल डिस्कशन की मेजबानी करने का निर्णय लिया। इसका उद्देश्य राज्य सरकार की बहुत ही सफल रोजगार पहलों जैंसे पंजाब घर घर रोजगार और कारोबार मिशन को सफल बनाने में अपना योगदान है।
इस वर्चुअल राउंड टेबल में पैनलिस्ट सागर रैना, वाइस प्रेसीडेंट एंड हैड आफ टेलेंड एक्वीजिशन एयरटेल सुनील पीपी, इंडिया एंड साउथएशिया हैड एजुकेशन एंड एनपीओ एमेजन, अनमेश पवार पार्टनर एंड हैड पीपुल परफारमेंस एंड कल्चर केपीएमजी, फ्रांसिस पदमादन, सीनियर डायरेक्टर आरपीओ एंड बीपीएस प्रेक्ट्सि एपीएसी, केली ओसीजी, संदेश कुमार, एसोसिएट वाइस प्रेसीडेंट टेलेंट एक्वीजिशन व्रिपो, नटवर काडल, असिस्टेंट जनरल मैनेजर हयूमन रिसोर्स हुंडई मोटर्स इंडिया लिमिटेड, मीना भाटिया वाइस प्रेसीडेंट एंड जनरल मैनेजर ली मेरेडियन नई दिल्ली, श्रुति मिश्रा लीड पीपुल एंड आर्गेनाइजेशन पार्टनर रिटेल टेलेंट एक्विजिशन इंडिया पूमा, आनंद राव हैड एचआर अदानी पावर व विनीत अरोडा ब्रांच बैंकिंग हैड नार्थ 2 एचडीएफसी बैंक शामिल थे।