Coronavirus Desease: शोधकर्ताओं ने पोस्ट या लॉन्ग कोविड के खतरों को नकारा

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Coronavirus Desease
शोधकर्ताओं ने पोस्ट या लॉन्ग कोविड के खतरों को नकारा

Aaj Samaj (आज समाज), Coronavirus Desease, नई दिल्ली: शोधकर्ताओं ने पोस्ट कोविड-19 या लॉन्ग कोविड के जोखिमों को लेकर बड़ा दावा किया है। हाल ही में हुए कई अध्ययनों के हवाले से उन्होंने पोस्ट कोविड या लॉन्ग कोविड के कारण होने वाली समस्याओं को पूरी तरह नकार दिया है।

पोस्ट कोविड का मतलब…

गौरतलब है कि पिछले 4 साल से अधिक समय से कोरोना महामारी वैश्विक स्तर पर गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनी हुई है और इसके संक्रमण से होने वाली बीमारी के साथ-साथ इसके पोस्ट कोविड या लॉन्ग कोविड के जोखिमों को लेकर भी अलर्ट किया जाता रहा है। पोस्ट कोविड का मतलब संक्रमण से ठीक हो चुके लोगों में लंबे समय तक बनी रहने वाली स्वास्थ्य समस्याएं है।

हाल ही में किए गए अध्ययन में सामने आई जानकारी

अध्ययनों में कहा जाता रहा है कि लॉन्ग कोविड के कारण फेफड़ों और हृदय से संबंधित समस्याओं के साथ ब्रेन की दिक्कत और आईक्यू लेवल कम होने जैसे समस्याएं भी हो सकती हैं, लेकिन हाल ही में किए गए एक अध्ययन में शोधकर्ताओं की टीम ने लॉन्ग कोविड की अवधारणा को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि पोस्ट कोविड या लॉन्ग कोविड जैसा असल में कुछ होता ही नहीं है। आस्ट्रेलिया स्थित क्वींसलैंड हेल्थ द्वारा किए गए अध्ययन में शोधकर्ताओं ने कहा, हमें कोविड-19 से ठीक हो चुके लोगों में ऐसा कोई बदलाव नहीं दिखा है जिसके आधार पर कहा जा सके कि ये लॉन्ग कोविड है।

5,000 से अधिक प्रतिभागियों की जांच की गई

शोधकर्ताओं कहा, कोविड-19 से संक्रमित या निगेटिव रिपोर्ट वाले लोगों के अलावा जिन लोगों को फ्लू जैसा भी संक्रमण रहा है, हमें इन लोगों के बीच दीर्घकालिक प्रभावों में कोई अंतर नहीं दिखा। अध्ययन के लिए साल 2022 के अंत तक श्वसन संबंधी लक्षणों का अनुभव करने वाले 5,000 से अधिक प्रतिभागियों की जांच की गई, इस दौरान दुनियाभर में ओमिक्रॉन वैरिएंट का प्रसार प्रमुख था। इनमें से लगभग आधे लोगों का कोविड के लिए पॉजिटिव टेस्ट किया गया, जबकि निगेविट टेस्ट वालों में से कुछ लोगों में इन्फ्लूएंजा होने की पुष्टि की गई।

मौसमी फ्लू और अन्य रोगों जैसे होते हैं लक्षण

यूरोपियन कांग्रेस आफ क्लिनिकल माइक्रोबायोलॉजी एंड इंफेक्शियस डिजीज (ईसीसीएमआईडी) के अनुसार, अध्ययन से पता चलता है कि लॉन्ग कोविड के रूप में देखे जा रहे लक्षण मौसमी फ्लू और अन्य श्वसन संबंधी बीमारियों जैसे ही होते हैं, इनमें कोई खास अंतर नहीं देखा गया है।

लॉन्ग कोविड’ कहना बंद करने का समय : शोधकर्ता

शोधकर्ता कहते हैं, हमारे निष्कर्ष से जो बातें सामने आई हैं, उसके आधार पर कहा जा सकता है अब हमें ‘लॉन्ग कोविड’ कहना बंद करने का समय है। यह शब्दावली अनावश्यक भय पैदा करती है और कुछ मामलों में हाइपरविजिलेंस और लॉन्ग कोविड का डर भी लोगों को बीमार बनाता जा रहा है। संक्रमण से ठीक होने के बाद स्वास्थ्य की उचित देखभाल पर ध्यान देकर सेहत को ठीक रखा जा सकता है।

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