नई दिल्ली। एक ओर तो कोरोना ने अपने आतंक से देशों में दहशत फैला रखी है वहीं दूसरी ओर कोरोना का असर आर्थिक स्थति में भी बहुत ज्यादा दिखाई दे रहा है। कोरोना वायरस के चलते अमेरिका का मार्केट हो या भारत का सभी बुरी तरह से टूट गए हैं। आज भारत के शेयर बाजार में इतिहास की सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स अपने 52 हफ्ते के सबसे निचले स्तर( 32861 ) तक पहुंचा। दोपहर करीब ढाई बजे के कारोबार के दौरान सेंसेक्स 2913 अंकों की ढलान के साथ 32,770 के स्तर पर आ गया। शेयर मार्केट में इस बड़ी गिरावाट के चलते निवेशकों के 9,15,113 करोड़ रुपये डूब गए। बीएसई का कुल बाजार पूंजीकरण घटकर 127 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो बुधवार को कारोबार बंद होने पर 137 लाख करोड़ रुपये था। आज 30 शेयरों वाला सूचकांक 2913 अंक या 8 प्रतिशत की गिरावट के साथ 32,770 पर कारोबार कर रहा था। इसी प्रकार 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 862 अंकों की गिरावट के साथ निचले स्तर जा पहुंचा। वहीं पूवार्ह्न 11.01 बजे सेंसेक्स पिछले सत्र से 2,357.63 अंकों यानी 6.60 फीसदी लुढ़ककर 33,339.77 पर कारोबार कर रहा था, जबकि इससे पहले बंबई स्टॉक एक्सचेंज के 30 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सत्र से 2,447.34 अंकों की गिरावट के साथ 33,250.06 पर आ गया। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के 50 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक निफ्टी पिछले सत्र के मुकाबले 731.90 अंकों यानी सात फीसदी की गिरावट के साथ 9,726.50 पर बना हुआ था जबकि इससे पहले निफ्टी 744.75 अंक टूटकर 9,713.65 पर आ गया। सुबह के सत्र में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 82 पैसे टूटकर 74.50 तक पहुंच गया। हालांकि बाद मे इसमें कुछ सुधार हुआ और यह 46 पैसे की गिरावट के साथ 74.14 पर पहुंच गया। सेंसेक्स के सभी शेयर घाटे में कारोबार कर रहे थे। एक्सिस बैंक में 10 फीसदी से अधिक की गिरावट आई। इसके अलावा एसबीआई, हीरो मोटोकॉर्प, आईटीसी, एमएंडएम, बजाज आॅटो और टाइटन में भी भारी बिकवाली देखने को मिली। कारोबारियों के अनुसार डब्ल्यूएचओ द्वारा कोरोना वायरस के प्रकोप को महामारी घोषित करने के बाद वैश्विक बाजारों में अस्थिरता चरम पर है। उन्होंने कहा कि वैश्विक इक्विटी बाजार में चौतरफा बिकवाली के अलावा तेल कीमतों में बड़े पैमाने पर गिरावट और रुपये की कमजोरी ने निवेशकों की चिंताओं को बढ़ा दिया है। सुबह 10 बजकर 25 मिनट तक सेंसेक्स 1889 अंकों का गोता लगा चुका था और वह 33883 के स्तर पर कारोबार कर रहा था। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज निफ्टी भी 564 अंक धड़ाम हो चुका था और वह 9894 के स्तर पर था। सबसे ज्यादा नुकसान वाले स्टॉक की बात करें तो शुरूआती कारोबार में यस बैंक 12.33 फीसद, टाटा मोटर्स 11.73 फीसद, वेदांता 9.89%, अडानी पोर्ट 9.38 फीसद टूट चके थे। निफ्टी 50 का कोई भी स्टॉक हरे निशान पर कारोबार करता नहीं दिख रहा है।
सेंसेक्स और निफ्टी भारी गिरावट के साथ खुले। सेंसेक्स 1224 अंकों की भारी गिरावट के साथ 34472 के स्तर पर खुला तो वहीं निफ्टी 498.30 अकों की गिरावट के साथ 9,960.10 के स्तर पर। महज एक मिनट में निवेशकों के 6 लाख करोड़ रुपये स्वाहा हो गए। शीर्ष गिरावट वाले शेयरों में टाटा स्टील, कोल इंडिया, वेदांता लिमिटेड, आईओसी, इंडसइंड बैंक, बीपीसीएल, इंफोसिस, टाटा मोटर्स और पावर ग्रिड शामिल है। दरअसल विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के कोरोना को विश्वव्यापी महामारी घोषित करने के बाद से दुनिया के सभी मार्केट टूट गए हैं और शेयर बाजार में लोगों के पैसे डूब रहे हैं। डब्ल्यूएचओ के प्रमुख ने कहा कि कोविड-19 को पैनडेमिक (विश्वव्यापी महामारी) माना जा सकता है। वहीं अगर भारत की बात करें तो देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 12 नए मामले सामने आए हैं।
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