नई दिल्ली। सदन की कार्यवाही के पहले आज लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने शिवाजी जयंति के अवसर पर छत्रपति शिवाजी महाराज को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर संसदीय मामलों केमंत्री प्रहलाद जोशी और शिवसेना के कई सांसद उपस्थित थे। बता दें कि आज दिल्ली में हुई हिंसा पर आज राज्यसभा में चर्चा होगी। गृह मंत्री अमित शाह इस पर विपक्ष के सवालों का जवाब देंगे। भाजपा की ओर से सभी सांसदों सदन की कार्यवाही में शामिल होने को लेकर व्हिप जारी हुआ। दिल्ली हिंसा को लेकर ब ुधवार को निचले सदन में च र्चा की गई थी। गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष केसवालों का जवाब दिया था लेकिन कांग्रेस के सांसद सदन से बाहर निकल गए। चर्चा के दौरान अमित शाह ने कहा कि दिल्ली दंगे के दौरान आगजनी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनकी संपत्ति जब्त की जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा, ‘दिल्ली दंगा को राजनीतिक दंग देने का प्रयास हुआ है। जिन लोगों की जान गई है उनके लिए दिल से दुख व्यक्त करता हूं। जो मारे गए उनके परिवारों के प्रति संवेदना भी व्यक्त करना चाहता हूं। कुछ चीजें ऐसी हैं जिन्हें आज की चर्चा में नहीं बोलना चाहता, लेकिन जिस तरह इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना को रखने का प्रयास हुआ इसलिए इस पर स्पष्ट करना चाहूंगा।’उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस ने दंगाइयों को भगाने के लिए पत्थरबाजी की थी। 5000 से ज्यादा टीयर गैस के सेल छोड़े गए। लाठीचार्ज किया ताकि किसी तरह से घनी आबादी होने के बावजूद दंगे को बंद किया जा सके। दंगा किसी को अच्छा नहीं लगता है। मगर एक सोची समझी साजिश के तहत यह हुए यह मेरा मानना है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। दिल्ली दंगे में मारे गए लोगों को बख्शा नहीं जाएगा, इसका मैं आश्वासन देता हूं। हालांकि उन्होंने यहां कांग्रेस को आड़े हाथों लिया और कहा कि कांग्रेस के राज में दंगों में 76 प्रतिशत लोग मारे गए हैं। 1984 के आ रोपियों को हमने सजा दिलाई। इनके अलावा सदन में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कोरोन वायरस पर कहा कि विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त सावधानियों और प्रक्रियाओं के पर्यवेक्षकों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। सही समय पर सतर्क होना जरूरी है। उन्होने यह भी कहा कि जहां जरूरत है हम हस्तक्षेप कर रहे हैं। चीन, जापान से लेकर ईरान तक हम जरूरी कदम उठा रहे हैं। लेकिन अलग स्थितियों में अलग रेसपांस की जरूरत है। इस समय यात्रा से बचें क्योंकि ये बहुत रिस्की है।