मुंबई। मानवता को शर्मशार करने वाली घटना महाराष्ट्रके पालघर से सामने आई थी। महाराष्ट्र के पालघर में दो साधुओंसहित उनके एक ड्राइवर की लाठी डंडों से पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद घटना के जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी हुई थी। इस संदर्भ में 115 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था जिसमें से एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव आया है। हालांकि उस हमलावर में अब तक कोई भी कोरोना के लक्षण सामने नहीं आए हैं लेकिन उसकेसाथ पूरा एहतियात बरता जा रहा है। पालघर ग्रामीण अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. दिनकर गावित ने इसकी पुष्टि की है। पालघर लिंचिंग मामले में आरोपी 55 वर्षीय कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में आए 43 व्यक्तियों को क्वारंटाइन किया जा र हा है। इसके साथ ही उन सभी की कोविड-19 की जांच की जा रही है। इन 43 लोगोंमें 23 पुलिस के जवान हैं और 20 अन्य आरोपी हैं। दरअसल, आरोपी दहानु में दिव्य-वाकीपाड़ा का रहने वाला है, जिसे 17 अप्रैल को कासा पुलिस ने गिरफ्तार किया था और तब से वह साधुओं की हत्या के मामले में 20 अन्य आरोपियों के साथ वाडा पुलिस लॉकअप में बंद था। डॉ. गावित ने कहा कहा कि 28 अप्रैल की सुबह आरोपी के गले का स्वाब टेस्ट लिया गया, जिसमें वह नेगेटिव पाया गया। मगर शनिवार सुबह एक और टेस्ट किया गया और इसमें वह कोरोना पॉजिटिव निकला। उसे आरएच में भर्ती कराया गया था, मगर उच्च अधिकारियों से अनुमति लेने के बाद आरोपी मरीज को मुंबई के जेजे अस्पताल के जेल वार्ड में स्थानांतरित किया जा रहा है। हालांकि, उन्होंने कहा कि आरोपी में कोरोना वायरस के अब तक कोई लक्षण नहीं दिखे हैं, मगर हम किसी तरह का कोई चांस नहीं ले सकते।