नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष लगातार पीएम से गरीबों के खातों में सीधे पैसा डालनेऔर गरीबों और श्रमिकों की मदद के लिए मांग कर रहे हैं। उन्होंने मंगलवार को भी पीएम मोदी से आग्रह किया कि वह गरीबों और श्रमिकों के खातों में 7,500 रुपए भेजने की घोषणा करें। उन्होंने ट्वीट किया, ”प्रधानमंत्री जी से मेरा आग्रह है कि आज रात के सम्बोधन में, सड़कों पर चलते हमारे लाखों श्रमिक भाइयों-बहनों को उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचाने की घोषणा करें।” गांधी ने कहा, ”इसके साथ ही इस संकट के समय में सहारा देने के लिए उन सभी के खातों में कम से कम 7,500 रुपए सीधे भेजें।” आज रात में आठ बजे अपने संबोधन में देश के विभिन्न वर्गों के लिए मंगलवार को कुल 20 लाख करोड़ के पैकेज की घोषणा की। उन्होंने कहा कि 20 लाख करोड़ रुपए का ये पैकेज, 2020 में आत्मनिर्भर भारत अभियान को एक नई गति देगा। पीएम ने अपने संबोधन में यह भ्ी कहा कि कोरोना से हमें जीतना है। कोरोना लंबे समय तक हमारी जिंदगी का हिस्सा बना रहेगा। हमें सावधानी के साथ आगे बढ़ना है, अपने लक्ष्यों को दूर नहीं होने देना है। इसके साथ ही पीएम ने कहा कि हाल में सरकार ने कोरोना संकट से जुड़ी जो आर्थिक घोषणाएं की थीं, जो रिजर्व बैंक के फैसले थे, और आज जिस आर्थिक पैकेज का ऐलान हो रहा है, उसे जोड़ दें तो ये करीब-करीब 20 लाख करोड़ रुपए का है। ये पैकेज भारत की जीडीपी का करीब-करीब 10 प्रतिशत है। इस पैकेज में लैंड, लेबर, लिक्विडिटी और लॉज सभी पर बल दिया गया है। बता दें कि राहुल गांधी प्रारंभ से ही गरीबों और श्रमिकों किसानों के खातों में पैसे डालने की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस की न्याय योजना के तहत गरीबों के हाथों में पैसा दिया जाना चाहिए। भले ही पीएम च ाहें तो न्याय योजना का नाम बदलकर पैसे दें लेकिन गरीबों के खातों में पैसे दें।