नई दिल्ली। भारत में आयुर्वेद की महत्ता को सभी मानते हैं। अब इस आयुर्वेद का प्रयोग कोरोना संक्रमण से लड़नेके लिए भी होने जा रहा है। इसका प्रयोग भी आधुनिक वैज्ञानिकता के साथ किया जा सकता है। इसका क्लीनिकल ट्रायल शुरू हो रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि भारत का आयुष, स्वास्थ्य, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत सीएसआईआर, आआसीएमआर के तकनीकी समर्थन के साथ आयुष की कुछ दवाइयों के बारे में व्यापक क्लीनिकल ट्रायल आज शुरू हो रहे हैं, उन लोगों पर जो ज्यादा जोखिम क्षेत्र में काम कर रहे हैं। स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और ज्यादा जोखिम वाले क्षेत्रों में अश्वगंधा, यष्टिमधु, गुडूची पिप्पली, आयुष -64 जैसी आयुष दवाओं के क्लीनिकल ट्रायल की आज से शुरूआत हो गई है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आयुर्वेद की जो अंतर्निहित ताकत है उसका वास्तविक इस्तेमाल जो देश, दुनिया के लिए होना चाहिए वो शायद हो नहीं पाता है। देश, दुनिया के सामने आयुर्वेद की श्रेष्ठता को हम मॉडर्न वैज्ञानिक तरीके से सिद्ध करके प्रस्तुत करेंगे।