Corona infected patient hangs his son by sending a message: कोरोना संक्रमित मरीज ने बेटे को संदेश भेज कर लगा लिया फंदा

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मुलाना। मुलाना के एमएम अस्पताल में बनाए गए कोविड यूनिट में दाखिल एक कोरोना संक्रमित मरीज ने वीरवार को सुबह के समय फंदे पर लटक अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। कोरोना संक्रमित मृतक मरीज जगाधरी के सेक्टर 17 का रहने वाला था। 15 जून को कोरोना संक्रमित को जगाधरी के अस्पताल से मुलाना एमएम अस्पताल की कोविड यूनिट के आईसीयू में भर्ती किया गया था। बताया जा रहा है कि मरीज को सांस की दिक्कत भी थी। मृतक द्वारा फांसी लिए जाने की जानकारी अस्पताल को सुबह साढ़े 6 बजे के करीब लगी जब वह काफी समय तक बॉथरूम से वापिस नही लौटा तो बॉथरूम को चेक किया। वह बाथरूम के अंदर दरवाजे के ऊपर कपड़े का फंदा बना झूलता हुआ पाया गया। स्वास्थ्य कर्मियों ने इस कि सूचना तुरंत अस्पताल प्रशासन को दी। अस्पताल प्रशासन की जानकारी आने के बाद मुलाना पुलिस को सूचित किया गया।सूचना पाकर मुलाना पुलिस मौके पर पहुंची और गहनता से मामले की जांच में जुट गई। इस के साथ ही मृतक के परिजनों को भी सूचित किया गया। सूचना पा कर परिजन रोते बिलखते  अस्पताल पहुंचे।

रेडीमेड कपड़े का कारोबारी था मृतक,जगाधरी अस्पताल से मुलाना कोविड अस्पताल में किया गया था शिफ्ट:

कोरोना संक्रमित मृतक  जगाधरी के सेक्टर 17 का निवासी था ।  मृतक रेडीमेड कपड़े का कारोबारी था। परिवार में उस के पास दो बेटे है। जानकारी अनुसार मृतक को 13 जून को कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। जिस के बाद उसे जगाधरी के कोविड अस्पताल में शिफ्ट किया गया था। लेकिन उस की हालत को देखते हुए मुलाना एमएम अस्पताल की कोविड यूनिट भेज दिया गया था। मृतक की स्थिति गम्भीर होने के कारण उसे आॅक्सीजन दी जा रही थी। सुबह के समय लघुशंका जाने के लिए उस ने आॅक्सीजन उतारने के बाद बॉथरूम में जाकर फांसी लगा ली। जब काफी समय तक वह बाथरूम से नही आया तब अस्पताल प्रशासन को इस घटना का पता लगा।

एक बेटे व एक भाई को ही मिली  कोरोना संक्रमित मरीज को अंतिम बार देखने की अनुमति:
कोरोना संक्रमित मृतक द्वारा फांसी लगाने की सूचना उस के परिजनों के दिये जाने के बाद उस के परिजन रोते हुए अस्पताल पहुंचे। अस्पताल प्रशासन द्वारा परिवार के केवल दो लोगों को उसे अंतिम बार देखने की अनुमति मिली। अंतिम बार मृतक को उस का एक भाई व एक बेटा ही दूर से उस के मृतक शरीर को देख पाए। अस्पताल व स्थानीय प्रशासन द्वारा कार्रवाई मुकम्मल होने के बाद शव को संस्कार करने के लिए एम्बुलेंस द्वारा जगाधरी के शमशान घाट में भेज दिया गया। जहां केवल परिवार के कुछ लोगों को ही दूर से देखने की अनुमति होगी।

सुबह साढ़े चार बजे बेटे को किया अंतिम बार मैसेज,कहा-संस्कार करते समय 10 फीट दूर रहना:
कोरोना संक्रमित मरीज  सुसाईड करने की पूरी योजना बना चुका था। हालांकि उस ने फांसी सुबह साढ़े 6 बजे के करीब लगाई। लेकिन उस ने साढ़े चार बजे अपने बेटे को मैसेज कर कहा कि उस के संस्कार के समय उस से दस फीट की दूरी बना कर रखना। यह मैसेज उस का अंतिम मैसेज था। लेकिन दुर्भाग्य वश  मृतक का बेटा उस का भेजा मैसेज सुबह तक नही पढ़ पाया। जब पुलिस द्वारा उन्हें सुसाईड करने की सूचना दी गई। तब अस्पताल आते समय बेटे ने व्हाट्सएप पर अपने पिता द्वारा भेजा हुआ संदेश पढ़ा लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। यदि अगर मैसेज समय रहते पढ़ लिया गया होता तो शायद उस द्वारा सुसाइड करने की मंशा को रोका जा सकता था।

कोरोना संक्रमित मरीज की सेहत में लगातार सुधार हो रहा था। मरीज को बॉयो कैप लगाई हुई थी। लेकिन वह कोरोना के चलते स्ट्रैस में था। सुबह के समय उस ने बॉथरूम में फांसी लगा ली। इस घटना के बाद मुलाना पुलिस को सूचित किया गया। एलएन गर्ग, नोडल अधिकारी, मुलाना कोविड यूनिट