Cooking tips: दाल बाटी खाना अधिकतर लोगों को अच्छा लगता है। दाल बाटी राजस्थान की पारंपरिक डिश है, जिसे वहां पर लगभग हर घर में लोग बनाकर खाते हैं। वैसे क्रिस्पी बाटी को जब दाल में डिप करके खाया जाता है तो इसका स्वाद गजब का होता है। हालांकि, आज के समय में लोग पारपंरिक दाल बाटी का लुत्फ उठाने के लिए राजस्थान तक जाने की जगह इसे घर पर ही बनाना अधिक पसंद करते हैं।
दाल बाटी खाने में जितनी टेस्टी होती है, इसे बनाना उतना ही आसान होता है। इसलिए, अगर आप राजस्थान से ताल्लुक नहीं रखते हैं, तब भी इसे घर पर बनाकर खा सकते हैं। हालांकि, कई लोगों की यह शिकायत होती है कि जब वे घर पर दाल बाटी बनाते हैं, तब वह उतना टेस्टी नहीं बनता है। कभी बाटी सख्त हो जाती है तो कभी उन्हें राजस्थान का वह ऑथेंटिक टेस्ट नहीं मिल पाता है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि दाल बाटी बनाते समय हम कुछ छोटी-छोटी गलतियां कर बैठते हैं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको दाल बाटी बनाते समय की जाने वाली कुछ कॉमन गलतियों के बारे में बता रहे हैं, जिनसे आपको बचना चाहिए-
आटे की कंसिस्टेंसी सही ना होना
अगर आपकी बाटी सही नहीं बनती है तो हो सकता है कि आपके द्वारा गूंथे गए आटे की कंसिस्टेंसी सही ना हो। अगर बाटी के लिए आटा बहुत नरम या बहुत सख्त है, तो यह ठीक से नहीं पकेगी। अगर आटा बहुत नरम है, तो बाटी अपना आकार नहीं बनाए रखेगी। वहीं, अगर आटा बहुत सख्त है, तो इसे पकाते समय यह फट सकती है। साथ ही, यह सख्त भी बनेगी।
ओवन या तंदूर को प्री-हीट न करना
जब भी आप बाटी बनाते हैं तो उसके लिए ओवन या तंदूर को प्री-हीट करना जरूरी होता है। हालांकि, अधिकतर लोगा ऐसा नहीं करते हैं। जब आप ओवन या तंदूर को प्री-हीट करते हैं, तो बाटी समान रूप से पकती है और अच्छी क्रस्ट बनती है। वहीं, ओवन या तंदूर को प्री-हीट ना करने से बाटी असमान रूप से पक सकती है। वह अंदर से कच्ची रह सकती है, जबकि बाहर से ज़्यादा पकी हुई रह सकती है।
तंदूर में बहुत ज़्यादा बाटियां रखना
जब आप बाटी बना रहे हैं तो तंदूर या ओवन में एक साथ बहुत ज्यादा बाटियां रखने से बचना चाहिए। जब आप ओवन या तंदूर में एक साथ बहुत ज़्यादा बाटियां रखते हैं तो इससे खाना असमान रूप से पकता है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि गर्मी प्रत्येक बाटी के चारों ओर ठीक से सर्कुलेट नहीं होती है।
दाल को ठीक से न पकाना
जब आप दाल को ठीक से नहीं पकाते हैं या फिर उसमें असमान मसाला डालते हैं तो इससे दाल का टेक्सचर और टेस्ट प्रभावित हो सकता है। इसके अलावा, दाल में बहुत ज़्यादा या बहुत कम मसाले डालते हैं तो इससे दाल बेस्वाद हो सकती है। दाल बनाते समय तड़का लगाना छोड़ देते हैं, इससे भी उसका टेस्ट खराब हो सकता है। तड़का लगाने से दाल में स्वाद और खुशबू बढ़ जाती है। इसे छोड़ देना या सही तरीके से न डालना, इससे डिश का स्वाद कम हो सकता है।