Himachal News (आज समाज) सोलन: राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि मानवता की सेवा ही सच्चा धर्म है और इसे जीवन के आधार पर समझना चाहिए। राज्यपाल मस्कुलर डिस्ट्रॉफी से पीड़ित लोगों से संवाद कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि इस केंद्र में धर्म तो है, लेकिन संप्रदाय नहीं। श्री शुक्ल ने कहा कि मानव धर्म क्या है, यह यहां आकर पता चलता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन लोगों को जीवन जीने का तरीका दिया है, जिन्हें मानव मंदिर की सबसे ज्यादा जरूरत है। उन्होंने कहा कि अगर इंसान परिस्थितियों से लड़ना सीख जाए, तो परिस्थितियां भी उसके आगे झुकने को मजबूर हो जाती हैं।
उन्होंने कहा कि आईएएमडी ने अपनी स्थापना से अब तक काफी लंबा सफर तय किया है। आज देश-दुनिया से मरीज यहां उपचार करवाने आते हैं। इस अवसर पर राज्यपाल ने अपनी एच्छिक निधि से केंद्र को 50 हजार रुपये देने की घोषणा की। राज्यपाल ने कहा कि मानवता की सेवा करने वाले लोग वास्तविक नायक हैं और उनकी ये सेवाएं अन्य लोगों के लिए भी प्ररेणादायक हैं। उन्होंने कहा कि इस नेक कार्य के लिए दान करना बहुत ही सराहनीय है। यह सभी का नैतिक कर्तव्य है कि हमें परमात्मा की सेवा में लगे और विपत्ति में फंसे लोगों की हमेशा सहायता करनी चाहिए।