मुंबई। मानहानि के एक मामले में पेश होने के लिए अदालत पहुंचे राहुल गांधी से कांग्रेस के कई समर्थकों ने पार्टी के अध्यक्ष पद से दिया गया उनका इस्तीफा वापस लेने का आग्रह किया। अदालत परिसर से बाहर एकत्र तकरीबन 150 कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अपनी इस मांग के समर्थन में नारे भी लगाए। इन लोगों के हाथों में तख्तियां थीं। जब राहुल सुबह मुंबई हवाईअड्डे पर विमान से उतरे तब भी बाहर खड़े उनके समर्थकों ने नारेबाजी की और पार्टी अध्यक्ष पद से दिया गया इस्तीफा वापस लेने की मांग की। जब राहुल अदालत पहुंचे, तब माकपा महासचिव सीताराम येचुरी भी वहां पहुंचे। आरएसएस के एक कार्यकर्ता द्वारा दायर मानहानि के मामले में येचुरी के खिलाफ भी सुनवाई चल रही है।
मझगांव-सीवरी मजिस्ट्रेट अदालत के बाहर पुलिस ने मुख्य प्रवेश द्वार पर अवरोधक लगाए थे। लोगों तथा मीडिया कर्मियों को अदालत परिसर में नहीं जाने दिया गया। पुलिस ने अन्य याचिकाकर्ताओं और मीडिया कर्मियों से कहा कि केवल अदालत के कर्मचारियों एवं वकीलों को ही प्रवेश की अनुमति है। सुरक्षा कर्मियों के साथ एसयूवी से पहुंचे राहुल ने अदालत के द्वार की ओर जाते समय समर्थकों का अभिवादन किया। मझगांव मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट ने इस साल फरवरी में राहुल और येचुरी को समन जारी किए थे। ये समन आरएसएस के कार्यकर्ता एवं वकील ध्रुतिमन जोशी द्वारा दायर मानहानि के एक मामले में जारी किए गए थे। जोशी ने आरोप लगाया था कि पत्रकार गौरी लंकेश की मौत के बाद राहुल ने संवाददाताओं से कहा था कि ‘‘भाजपा की विचारधारा और आरएसएस की विचारधारा के खिलाफ जो भी आवाज उठाता है, उस पर दबाव डाला जाता है, उसे पीटा जाता है, उस पर हमला किया जाता है और यहां तक कि उसे मार डाला जाता है।’