Haryana News : दो बार चुनाव हार चुके नेताओं पर दांव नहीं खेलेगी कांग्रेस

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दो बार चुनाव हार चुके नेताओं पर दांव नहीं खेलेगी कांग्रेस
दो बार चुनाव हार चुके नेताओं पर दांव नहीं खेलेगी कांग्रेस

Chandigarh News (आज समाज) चंडीगढ़: हरियाणा में विधानसभा चुनाव की अचानक घोषणा हो जाने के बाद सभी राजनीतिक दलों को अपनी रणनीति बदलने के लिए मजबूर होना पड़ गया है। खासतौर से कांग्रेस ने अपने आगे के सभी कार्यक्रमों में बदलाव किया है। हरियाणा मांगे हिसाब अभियान के तहत चल रही कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा की पदयात्राओं का सिलसिला जहां लगातार जारी रहने वाला है, वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान अब 27 अगस्त की बजाय और जल्दी रथयात्रा पर निकल सकते हैं। प्रदेश में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी की जींद में होने वाली रैली की नई तारीख पर भी विचार किया जा रहा है। पहले यह रैली 25 सितंबर के आसपास होनी थी, मगर अब इसके 15 सितंबर के आसपास होने की संभावना जताई जा रही है।

90 सीटों के लिए आए हैं 2500 आवेदन

हरियाणा में कांग्रेस टिकटों के लिए आवेदन की प्रक्रिया को पूरी कर चुकी है। राज्य की 90 विधानसभा सीटों के लिए 2500 से अधिक आवेदन आए हैं। सबसे अधिक मारामारी आरक्षित विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने को लेकर है। आरक्षित विधानसभा सीटों पर 90-90 आवेदकों ने टिकट के लिए आवेदन किए हैं। कांग्रेस अब इन आवेदनों की छंटनी करने में लगी है।

दो बार चुनाव हारे नेताओं के टिकट पर लटकी तलवार

कांग्रेस टिकट पर लगातार दो बार चुनाव हारे चुके और 2019 के विधानसभा चुनावों में जमानत जब्त करवाने वाले नेताओं की टिकट पर इस बार तलवार लटकती नजर आ रही है। हरियाणा के विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस नेतृत्व काफी गंभीर है। हरियाणा इकाई भी इस कोशिश में है कि मजबूत और जिताऊ उम्मीदवारों को ही टिकट दिए जाएं। लोकसभा चुनाव की तरह इस बार विधानसभा चुनाव में नेताओं का टिकट कोटा जारी नहीं होगा।