वाराणसी। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा यूपी की राजनीति में सक्रीय हैं और भाजपा के लिए आए दिन हमलावर होती रहती हैं। वह आज एक दिन के लिए वाराणसी के दौरे पर हैं। अपने दौरे की शुरूआत में प्रियंका गांधी ने मंदिर में पूजा अर्चना की और इसके बाद नाव पर सवार होकर आगे बढ़ीं। वह शुक्रवार को पंचगंगा घाट स्थित श्रीमठ पहुंची और उन्होंने वहां सीएए के विरोध प्रदर्शनों के दौरा जेल जाने वाले लोगों से बातचीत की। वहां उन्होंने कहा कि जो कानून हमारे लोकतंत्र और संविधान की मूल भावना को चुनौती देते नजर आते हैं, हमें सड़क पर उतरकर उनका विरोध करने से हिचकना नहीं चाहिए। कांग्रेस पार्टी छात्रों, किसानों, नौजवानों सहित समाज के सभी वर्गों के साथ खड़ी है। कांग्रेस पार्टी एक ऐसी लीगल सेल बनाएगी जो सीएए के विरोध में देशभर में जेल जाने वाले लोगों को मुकदमा लड़ने में विधिक सहायता दे सके। इस दौरान प्रियंका ने आश्वासन भी दिया कि कांग्रेस पार्टी की सरकार आएगी तो सभी के मुकदमे खत्म किए जाएंगे। इस समय मुकदमा लड़ने में कांग्रेस पार्टी मदद करेगी। भाजपा द्वारा पारित किया गया सीएए लोकतंत्र विरोधी है। एनआरसी का भी उद्देश्य देश के संविधान की मूल भावना के खिलाफ है। कांग्रेस पार्टी देश के लोकतंत्र और संविधान को मजबूती देने के लिए प्रतिबद्ध है। संवाद के दौरान प्रियंका गांधी ने चंपक की मां एकता शेखर और पिता रवि शेखर से विशेष रूप से बातचीत की। दोनों ही लोगों की हौसला अफजाई भी की।
प्रियंका गांधी रविदास मंदिर गईं और वहां उन्होंने विजिटर बुक में लिखा कि ‘बहुत दिनों से आने की इच्छा थी आज पूरी हुई’। इस दौरान मंदिर के प्रबंधक सतीश कुमार ने उन्हें संस्था की दो पत्रिका भेंट की। साथ ही सतीश की पत्नी बसंती देवी ने उन्हें अपने हाथ से वाराणसी की प्रसिद्ध मिठाई मलाई की गिल्लौरी खिलाई। प्रियंका गांधी को इसका स्वाद बहुत पसंद आया और उन्होंने कहा, वाह! मजा आ गया।