Congress veteran joined slave Navi Azad’s house: गुलाम नवी आजाद के घर जुटे कांग्रेसी दिग्गज, सिब्बल ने कहा, कमजोर कांग्रेस सच्चाई है

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नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी में चुनावोंऔर अध्यक्ष की नियुक्ति के लिए कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ कई नेताओं ने सोनिया गांधी को पत्र लिखा था। कांग्रेस पार्टीकेवरिष्ठ नेता गुलाम नवी आजाद केघर पर कांग्रेस केदिग्गज नेताओं का जमावड़ा उनकेघर पर हुआ। जम्मू में शनिवार को गुलाम नवी आजाद के घर पर कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनावों को लेकर सोनिया गांधी को पत्र लिखनेवाले नेताओं की शांति सम्मेलन हुआ। इस कार्यक्रम में नेताओं नेमुखरता के साथ पार्टी को लेकर अपनी बात रखी। इस कार्यक्रम में वरिष्ठ नेता और अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने साफगोई सेअपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि , ‘यह सच्चाई है कि कांग्रेस लगातार कमजोर होती जा रही है। इसलिए हम लोग यहां जुटे हैं। उन्होंने इस बैठक केदौरान गुलाम नवी आजाद राज्यसभा से रिटायर होने पर भी सवाल उठाए। उन्होंने गुलाम नवी आजाद के अनुभवी होने की बात कही और यह भी कहा कि वह नहीं समझ पा रहे हैं कि पार्टी क्योंनहीं उनके अनुभवों का इस्तेमाल करना चाहती है। कपिल सिब्बल ने कहा, ‘आजाद एक ऐसे नेता हैं, जो हर राज्य के हर जिले में कांग्रेस की हकीकत और उसकी ताकत के बारे में जानते हैं। हमें दुख हुआ, जब यह पता चला कि वह अब संसद में नजर नहीं आएंगे। हम नहीं चाहते थे कि वह संसद से जाएं। मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि आखिर कांग्रेस उनके अनुभव का इस्तेमाल क्यों नहीं कर रही है।’ उन्होंने आजाद को एक इंजीनियर की भांति बताया और कहा कि जिस तरह से एक पायलट विमान उड़ाता हैतो वहीं इंजीनियर विमान मेंआने वाली किसी भी खामी को दूर करता है। ठीक उसी तरह आजाद के अनुभव भी हैं। उन्होंने कहा कि ‘गुलाम नबी आजाद की असल में भूमिका क्या थी? एक व्यक्ति जो विमान उड़ाता है, वह अनुभवी व्यक्ति होता है। एक इंजीनियर उसके साथ होता है, जो इंजन या विमान के किसी हिस्से में गड़बड़ी आने पर उसे ठीक करता है। गुलाम नबी आजाद भी उसी इंजीनियर की तरह पार्टी के लिए काम करते रहे हैं।’ इस मौके पर पार्टी के सीनियर लीडर और पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा भी मौजूद थे। इस मौके पर शर्मा ने कहा कि ‘बीते एक दशक में कांग्रेस कमजोर हुई है। हम पार्टी की बेहतरी के लिए आवाज उठा रहे हैं। पार्टी को एक बार फिर से हर स्तर पर मजबूत किए जाने की जरूरत है। नई पीढ़ी को पार्टी से जोड़ने की जरूरत है। हमने कांग्रेस के अच्छे दिन भी देखे हैं। हम अपनी इस उम्र में कांग्रेस को कमजोर नहीं देखना चाहते।