नई दिल्ली। भले ही महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी सरकार हो। शिवसेना-एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन से सरकार बनी हो लेकिन कांग्रेस की से बार-बार वीर सावरकर के बारे में टिप्पणी आती रही है जिसे लेकर शिवसेना ने भी पलटवार किया है। अब एक बार फिर वीर सावरकर का मामला गर्माता दिख रहा है। दरअसल मध्य प्रदेश के भोपाल में कांग्रेस के सेवादल के 11 दिनों का शिविर शुरू होना है। ठीक इसके पहले कांग्रेस की ओर से एक बुकलेट जारी की गई है। जो वीर सावरकर के संबंध में हैं। कांग्रेस की बुकलेट ‘वीर सावरकर कितने वीर’ में दावा किया गया है कि दक्षिणपंथी विचारक वीर सावरकर और महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोड्से के बीच समलैंगिक संबंध थे। इसके अलावा भी इस बुकलेट में वीर सावरकर से जुड़े कई आपत्ति जनक तथ्य डाले गए हैं। जिस पर शिवसेना के नेता संजय राउत ने बयान दिया। संजय राउत ने कहा है कि वीर सावरकर एक महान व्यक्ति थे और एक महान व्यक्ति रहेंगे। एक वर्ग उसके खिलाफ बात करता रहता है, यह उनके दिमाग में गंदगी को दिखाता है, जो भी वे हो सकते हैं। बुकलेट में लिखा गया है- ‘ब्रह्मचर्य का व्रत लेने से पहले नाथूराम गोडसे के एक ही शारीरिक संबंध का ब्योरा मिलता है वीर सावरकर से।’ बुकलेट में यह दावा भी किया गया है कि सावरकर ने अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं पर यौन हिंसा को बढ़ावा दिया और मुस्लिमों की मौत पर उत्सव मनाते थे। पुस्तिका में यह दावा भी है कि अंडमान की सेल्यूलर जेल से रिहा होने के बाद सावरकर ने अंग्रेजों से पैसे तक लिए थे। गौरतलब है कि कांग्रसे की ओर से उनके नेता राहुल गांधी ने भी दिल्ली में आयोजित कांग्रेस की ‘भारत बचाओ रैली में कहा था कि उनका नाम राहुल गांधी है, ‘राहुल सावरकर नहीं है और वह सच बोलने के लिए कभी माफी नहीं मांगेंगे। जिसके जवाब में शिवसेना के संजय राउत ने कहा था कि हिंदुत्व विचारक के प्रति श्रद्धा को लेकर कोई समझौता नहीं किया जा सकता। राउत ने कहा कि हम महात्मा गांधी और पंडित नेहरू का सम्मान करते हैं। कृपया वीर सावरकर का अपमान न करें। जो समझदार होता है उसे ज्यादा बताने कि जरूरत नहीं होती। अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से संजय राउत ने मराठी भाषा में ट्वीट किया था। जिसका मतलब था- ‘वीर सावरकर न केवल महाराष्ट्र बल्कि देश के भी देवता हैं। सावरकर नाम में राष्ट्र अभिमान और स्वाभिमान है। नेहरू और गांधी की तरह, सावरकर ने स्वतंत्रता के लिए अपना बलिदान दिया। ऐसे हर भगवान को सम्मानित किया जाना चाहिए। जय हिंद’