नई दिल्ली। बुधवार को गृहमंत्री अमित शाह हरियाणा के कैथल में थे। उन्होंने यहां एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। अमित शाह ने इस मौके पर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस वालों को सोचना चाहिए कि किसी बात का विरोध करना है किसका नहीं। वह कांग्रेस द्वारा रक्षामंत्री की शस्त्रपूजा का विरोध करने पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने राफेल को शामिल किया और राजनाथ जी ने फ्रÞांस की भूमि पर विजयादशमी के दिन उसका शस्त्र पूजन किया, लेकिन कांग्रेस वाले उसका भी विरोध कर रहे हैं। मैं इनसे कहना चाहता हूं कि तनिक रात को सोचा करो, किस बात का विरोध करना है, किसका नहीं।
अपने संबोधन में उन्होंने विपक्षी पार्टियों को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि अभी-अभी चुनाव शुरू हुआ है और हमारे विरोधियों को मालूम ही नहीं पड़ रहा कि चुनाव की शुरूआत पूरब से करें, पश्चिम से करें, उत्तर से करें या दक्षिण से करें उनके पास कोई दिशा नहीं है। उन्होंने कहा कि कल विजयादशमी थी, जो बुराई पर अच्छाई की प्रतीक है और यह शस्त्र पूजन करके मनाई जाती है। मैं देश के प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री जी को बधाई देता हूं कि कल के ही दिन उन्होंने राफेल को हमारी वायुसेना में शामिल करके देश कि सुरक्षा को सुदृढ़ करने का काम किया है। इसके साथ ही शाह ने हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर की सरकार की प्रशंसा की और कहा कि खट्टर सरकार ने पूरे प्रदेश का विकास किया। उन्होंने सबके लिए काम किया। उन्होंने कहा कि जब भी हरियाणा में सरकार बनती थी वो विशेष जातियों के लिए बनती थी। एक सरकार आती थी तो वो एक जाति का काम करती थी, दूसरी आती थी दूसरी जाति का काम करती थी। भाजपा की सरकार हर हरियाणा वासियों की सरकार है। हरियाणा देश भर में बदनाम था कि यहां बेटियां कम जन्म लेती हैं। प्रधानमंत्री जी यहां आएं और उन्होंने अपील की ‘बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ’ हरियाणा का नारा बनना चाहिए। आज हरियाणा ने ‘बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ’ अभियान को सार्थक कर दिया है।