Congress should not get involved in Shiv Sena drama – Sanjay Nirupam: कांग्रेस को शिवसेना के नाटक में नहीं उलझना चाहिए-संजय निरुपम

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एजेंसी,नई दिल्ली। कांग्रेस को महाराष्ट्र चुनावों से पहले बागी तेवर दिखा चुके संजय निरुपम ने कांग्रेस के उन नेताओं पर निशाना साधा जो महाराष्ट्र में शिवसेना को समर्थन देने की बात कह रहे हैं। संजय निरुपम ने उन नेताओं की अलोचना की जो महाराष्ट्र में शिवसेना से गठबंधन की बात कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा और उसकी सहयोगी शिवसेना के बीच चल रही जुबानी जंग कुछ और नहीं बल्कि ‘नाटक’ है और कांग्रेस को इससे दूर रहना चाहिए। मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष रहे संजय निरुपम ने आज एक ट्वीट किया और कहा कि, ‘उन्हें क्या हो गया है? कोई कांग्रेसी नेता शिवसेना को समर्थन के बारे में सोच भी कैसे सकता है?’ कांग्रेस को शिवसेना के नाटक में नहीं उलझना चाहिए। यह झूठा है। यह सत्ता में ज्यादा साझेदारी के लिये उनका अस्थायी झगड़ा है। बता दें कि पहले संजय निरुपम शिवसेना में शामिल थे। बाद में उन्होंने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की थी। उन्होंने आज कहा कि ‘मेरी समझ के मुताबिक शिवसेना कभी भी भाजपा के साये से बाहर नहीं आएगी।’ संजय निरुपम ने कहा कि हमें 2014 के विधानसभा चुनावों की तुलना में इस बार कांग्रेस पार्टी के नेताओं को आत्ममंथन इस बात पर करना चाहिए कि हमारी पार्टी का वोट प्रतिशम दो प्रतिशत कम क्यों हुआ। ‘हम 17 फीसद से गिरकर 15 फीसद पर पहुंच गए हैं। एक दल के तौर पर हम तीसरे से चौथे स्थान पर खिसक गए हैं।’ पूर्व मुख्यमंत्रियों और कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण व पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा था कि अगर शिवसेना उनकी पार्टी के समर्थन से सरकार बनाना चाहती है तो उसे भाजपा से अलग होना होगा। मल्लिकार्जुन खड़गे और सुशील कुमार शिंदे जैसे वरिष्ठ कांग्रेस नेता शिवसेना के साथ किसी भी तरह के रिश्ते के खिलाफ हैं। एजेंसी के अनुसार सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि कांग्रेस एक धर्मनिरपेक्ष दल है। ‘कांग्रेस और शिवसेना विचारधारा के स्तर पर बिल्कुल अलग हैं और मल्लिकार्जुन खड़गे पहले ही कह चुके हैं कि दोनों दलों के साथ आने का सवाल ही नहीं है।’