- राहुल की टीम रखेगी नजर
- महाराष्ट्र और झारखंड की अलग रणनीति
Congress News | अजीत मेंदोला, नई दिल्ली। महाराष्ट्र में कांग्रेस की तरफ से विधासभा चुनावों के आवेदन मांगे जाने लगे हैं। जल्द ही यह प्रक्रिया हरियाणा में शुरू होगी। चुनाव लड़ने वालों को प्रदेश कमेटी के पास अपने बायोडाटा जमा कराने होंगे। झारखंड में चुनाव घोषणा होने के समय सहयोगी दलों से बात कर कांग्रेस सीट तय करेगी। इन प्रदेशों के लिए जल्द ही छानबीन समिति का गठन हो जायेगा। कांग्रेस तीनों राज्यों के लिए अलग अलग रणनीति अपना रही है।हरियाणा में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा को खुला हैंड दिया जायेगा।
सूत्रों की माने तो प्रत्याशियों के चयन से लेकर चुनाव तक की रणनीति हुड्डा तय करेंगे। राहुल गांधी की टीम उनके साथ लगेगी। हरियाणा को लेकर कांग्रेस बहुत उत्साहित है, लेकिन वह मध्यप्रदेश जैसी गलती नहीं दौरान चाहती है। मध्यप्रदेश में सीट बंटवारे के समय नेताओं के आपसी टकराव ने पार्टी को बड़ा नुकसान पहुंचाया था। हरियाणा में भी पार्टी में कई गुट हैं। लेकिन लोकसभा चुनाव परिणामों ने स्थिति बदल दी है। पार्टी के सर्वोच्च नेता राहुल गांधी ताकतवर हुए हैं और अब वह सीधी दखल रखेंगे।
इसके चलते कुमारी शैलजा और रणदीप सिंह सुरजेवाला जैसे गुट बहुत कुछ करने की स्थिति में नहीं होंगे। जानकार भी मानते हैं कि हुड्डा को खुली छूट दी गई तो कांग्रेस आसानी से वापसी कर सकती है। हालांकि हरियाणा में कई पार्टी चुनाव लड़ेंगी। दलितों और जाट वोट साधने के लिए इनेलो और बसपा ने गठबंधन भी किया है। जानकार मान रहे हैं उत्तर प्रदेश में जिस तरह जाट और दलित वोट ने बीजेपी को हराने के लिए इंडिया गठबंधन को ही वोट किया उसी तरह हरियाणा में इस बार मुस्लिम, दलित,जाट वोटर अपना वोट खराब नहीं करेगा वह उसी दल को वोट करेगा जो बीजेपी को सीधे चुनौती में दिखाई देगा।
जानकार भी मानते हैं कि कांग्रेस ने अगर टिकट समझदारी से बांटे तो बीजेपी को कड़ी चुनौती मिलेगी। हालांकि बीजेपी भी इस बार अलग रणनीति पर काम कर रही है। उसका फोकस सोशल इंजीनियरिंग पर है। उधर महाराष्ट्र में कांग्रेस एनसीपी पंवार और शिवसेना ठाकरे के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ेगी। इसके चलते महाराष्ट्र स्थिति एक दम उल्ट है।पहले तो सीट शेयरिंग बड़ी चुनौती बनी हुई बनी हुई।
कई दौर की बैठक के बाद अभी कुछ तय नहीं हुआ। कांग्रेस सबसे ज्यादा सीट पर दावेदारी कर रही है। सूत्रों का कहना है कि उद्धव ठाकरे तीनों में बराबर सीट की बात कर रहे हैं। ठाकरे गुट की आशंका यह है कि कांग्रेस और एनसीपी पंवार 190 सीट पर चुनाव लड़ बहुमत का आंकड़ा जुटा लेते हैं तो फिर सीएम पद मिलना मुश्किल हो जायेगा। इसलिए ठाकरे गुट सीट बंटवारे से लेकर चेहरा घोषित करने को लेकर दबाव बनाए हुए है।
कांग्रेस और एनसीपी ठाकरे को नाराज करने के मूड में नहीं है। इसलिए महाराष्ट्र की रणनीति काफी हद तक संयुक्त रणनीति वाली होगी।जिससे बीजेपी नाराजगी का कोई फायदा न उठा पाए। झारखंड में कांग्रेस झारखंड मुक्ति मोर्चा और राजद के साथ मिल चुनाव लड़ेगी। फेस सीएम हेमंत सोरेन होंगे।कांग्रेस हरियाणा और महाराष्ट्र पर ज्यादा फोकस रखेगी।
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