वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने हरियाणा कांग्रेस की कार्यप्रणाली पर उठाएं सवाल
Chandigarh News (आज समाज) चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनाव में हुई कांग्रेस की हार को लेकर वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने एक बड़ा बयान दिया है। पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुभाष बत्रा ने कहा कि हरियाणा कांग्रेस पिछले 16 साल से प्रदेश में संगठन नहीं खड़ा कर पाई। संगठन का निर्माण न होना कांग्रेस की हार का प्रमुख कारण है। बिना संगठन के कोई भी चुनाव नहीं जीता जा सकता है।
जब तक आपके पास ब्लॉक, जिला व प्रदेश स्तर पर कार्यकर्ताओं की फौज ही नहीं होगी तो चुनाव कैसे लड़ सकेंगे। बत्रा यहीं नहीं रूके उन्होंने अगले साल होने वाले निकाय चुनाव को लेकर भी बड़ी बात कही। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस निकाय चुनाव से पहले संगठन नहीं बना पाई तो उसकी हार निश्चत है। पूर्व मंत्री सुभाष बत्रा ने कांग्रेस द्वारा विपक्ष का नेता नहीं चुने जाने पर कहा कि यह पार्टी का अंदरुनी मामला है। जल्द ही नेता प्रतिपक्ष भी चुन लिया जाएगा।
ओवर कांफिडेंस भी कांग्रेस को ले डूबा
बत्रा ने कहा कि कुछ ओवर कांफिडेंस भी कांग्रेस को ले डूबा। कांग्रेस तो यह सोच रही थी कि हम तो 70 पार है और सरकार बनाने वाले हैं। सिटिंग-गैटिंग फॉर्मूला किसने लागू करवाया, इस पर मंथन की जरूरत है। कुछ एमएलए ऐसे थे, जो भगोड़े घोषित हो रखे थे और कुछ के खिलाफ ईडी-सीबीआई के मुकदमे थे।
उनको भी सिटिंग-गैटिंग के फॉमूेले से टिकट देनी पड़ी। कांग्रेस की हार के मुख्य कारण ये हैं। 16 साल से ज्यादा एक दलित लीडरशिप की रहनुमाई में चुनाव करवाया है। सब कुछ करके ट्राई कर लिया, लेकिन इस दौरान कभी भी पार्टी पावर (सत्ता) में नहीं आई। इस पर मंथन की जरूरत है।
ये भी पढ़ें : हरियाणा में 20 साल की सर्विस वाले कर्मचारी होंगे पक्के