कहा-हरियाणा कांग्रेस में सभी कार्यकर्ता केवल टिकट की चाहना रखने वाले
Jind News (आज समाज) जींद: हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार कांग्रेस नेताओं को हजम नहीं हो रही। हार के कारणों को लेकर सभी एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे है। कभी संगठन में कमी, कभी एक व्यक्ति विशेष या समुदाय को तव्वजों देना आदि हार के कारण कांग्रेस नेताओं द्वारा गिनाए जा रहे है। अब इसी कड़ी में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बीरेंद्र सिंह ने भी संगठन निर्माण न होने को कारण का मुख्य कारण बताया है। इससे पहले कुमारी सैलजा भी हरियाणा में संगठन न होना कांग्रेस की हार का कारण बता चुकी है। बीरेंद्र सिंह ने कहा कि हरियाणा अंदर सभी कार्यकर्ता टिकट चाहते है पार्टी की जीत व मजबूती के लिए कार्य करने वाले पदाधिकारियों की भारी कमी है। क्योंकि पिछले 10 साल से संगठन के नाम पर लीपापोती की जा रही है।
उन्होंने कहा कि ब्लॉक से लेकर राज्य स्तर तक संगठन का निर्माण होना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में ऐसे कार्यकर्ता हो गए जो सिर्फ टिकट चाहते थे। अगर संगठन होता तो पदाधिकारी और कार्यकर्ता पार्टी से बाहर नहीं जाते। वहीं पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ा था। हुड्डा ने तो इसकी जांच न होने पर कोर्ट तक जाने की बात कही है। बीरेंद्र सिंह ने कहा कि हरियाणा में संगठन नहीं था। संगठन होता तो गुटबाजी की सोच भी ढीली पड़ जाती। संगठन का पदाधिकारी या कार्यकर्ता हो तो वह पार्टी से बाहर जाने के बारे में 10 बार सोचेगा कि जाऊं या न जाऊं।
जब कोई यह सोचे कि मैं सिर्फ कार्यकर्ता हूं, बस टिकट मिल जाए। टिकट मिले तो आप कार्यकर्ता हो और न मिले तो आपका कांग्रेस की कार्यशैली और अनुशासन से कोई ताल्लुक नहीं। फिर वह गुट में बदल जाता है। बीरेंद्र सिंह ने सीएम नायब सैनी के कांग्रेस पर किए गए कटाक्ष हवा में रहने वाले हवा में रह गए, पर कहा कि जो रिजल्ट आया है, उससे तो वह यही कहेंगे, लेकिन ऐसा है नहीं। वोट परसेंटेज में 0.9% का फर्क है।
मात्र 32 वोट से चुनाव हारे बीरेंद्र के बेटे बृजेंद्र सिंह
2019 में भाजपा की टिकट पर हिसार से लोकसभा चुनाव जीतने वाले बीरेंद्र सिंह के बेटे बृजेंद्र सिंह को अबकी बार उचाना से विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। बृजेंद्र सिंह ने विधानसभा चुनाव कांग्रेस की टिकट पर लड़ा था। बृजेंद्र को भाजपा के देवेंद्र अत्री ने महज 32 वोट से मात दी।
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