कहा, किसान अपना आंदोलन पंजाब की जगह दिल्ली से चलाएं

Punjab News Update (आज समाज), चंडीगढ़। पंजाब सरकार और पुलिस द्वारा करीब 13 माह बाद प्रदेश के शंभू व खनौरी बॉर्डर से किसानों को हटाते हुए सुचारू रूप से यातायात के लिए खोलने के बाद प्रदेश में स्थिति कुछ हद तक असमान्य हो गई है। एक तरफ जहां किसान संगठन प्रदेश सरकार के विरोध में आ गए हैं वहीं विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने भी प्रदेश सरकार पर तीखा हमला किया है। कांग्रेस के आरोपों का जवाब देते हुए प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डा. बलबीर सिंह ने आज प्रदर्शनकारी किसानों से अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करने और अपने विरोध प्रदर्शन को उन जगहों पर स्थानांतरित करने की अपील की, जहां से केंद्र सरकार पर इसका असर पड़े।

किसानों के प्रदर्शन का नुकसान केवल पंजाब को हो रहा

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जारी हाईवे बंद होने से पंजाब की अर्थव्यवस्था और उद्योगों को भारी नुकसान हो रहा है, जबकि किसानों की चिंताओं को दूर करने के लिए जिम्मेदार भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा है। अपने एक्स अकाउंट पर आप नेता ने कहा, हम भी किसान के बेटे हैं। हमारी पार्टी और नेता हमेशा किसानों के साथ खड़े रहे हैं।

हमने केंद्र सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ी, किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे। पंजाब और पंजाबियों के हितों को नुकसान पहुंचाना कभी भी किसानों के विरोध का मकसद नहीं था। यही कारण है कि सड़क अवरोध हटाए गए हैं। हम केंद्र सरकार से न्याय पाने के लिए किसानों का समर्थन करेंगे। हमें पंजाब की अर्थव्यवस्था को बचाना और पुनर्जीवित करना है। उन्होंने कहा कि यदि सब कुछ अवरुद्ध होगा है तो निवेश कौन करेगा!

कांग्रेस नेता किसानों को गुमराह कर रहे

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि विपक्षी दल खासकर कांग्रेस इस मामले पर घडियाली आंसू बहा रही है। डा. बलबीर ने कहा कि मौजूदा समय में हाईवे बंद होने के कारण उद्योग पंजाब छोड़ रहे हैं जिससे राज्य को राजस्व की बहुत हानि हो रही है। उन्होंने कहा कि उद्योग कच्चे माल का परिवहन या तैयार माल का निर्यात करने में असमर्थ हैं, जिससे व्यवसाय संचालन में व्यवधान पैदा हो रहा है। एनआरआई और पर्यटक को भी अवरुद्ध मार्गों के कारण आने-जाने में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।

उन्होंने कहा कि यहां तक कि अपने राज्य की राजधानी की यात्रा करने के लिए भी आम नागरिक संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अकाली-भाजपा सरकार ने पंजाब को कर्ज में डूबाकर छोड़ दिया। उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर आंदोलन के दौरान किसानों की दुर्दशा की उपेक्षा करने का आरोप लगाया और उनके वर्तमान विरोध को पाखंड और अवसरवाद करार दिया। उन्होंने सवाल किया कि ये कांग्रेस नेता तब कहां थे जब किसानों के खिलाफ गोलियां, आंसू गैस और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया जा रहा था?

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