नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण काल देश में जो हालात है उसे लेकर कांग्रेस पार्टी मोदी सरकार पर हमलावर है। आज देश में गरीबों और श्रमिकों की हालत बेहद खराब है। हजारों लाखों प्रवासी श्रमिक सड़कों पर बेरोजगार अपनी आजीविका के लिए भटक रहा है। कांग्रेस की ओर से आॅनलाइन अभियान शुरू किया गया। इस आॅनलाइन कार्यक्रम का नाम स्पीकअ प कार्यक्रम है। इसकी शुरूआत पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने की। सोनिया ने प्रवासी श्रमिकों के लिए खाजाना खोलने की बात मोदी सरकार को कही। सोनिया गांधी नेप्रवासी श्रमिकों का मुद्दा उठाया और कहा कि देश में आजादी के बाद पहली बार दर्द का ऐसा मंजर देखने को मिला। हाजारों लाखों श्रमिक नंगे पैर पैदल ही सैंकड़ों हजारों किलोमीटर की दूरी तय कर अपने घर पहुंचने को मजबूर हैं। इन प्रवासी श्रमिकों की समस्या और परेशानियां , मजदूरों की सिसकियां सुनींसरकार को छोड़कर सभी ने सुनी। उन्होंने कहा कि जरूरतमंदों को राहत दीजिए। हर गरीब परिवार को प्रतिमाह 7500 रुपये दीजिए। इसके अलावा उन्होंने प्रवासी मजदूरों को सुरक्षित घर पहुंचाने का अनुरोध किया।वहीं राहुल गांधी ने इस आॅनलाइन कार्यक्रम में कहा कि लोगों को इस समय कर्ज नहीं बल्कि पैसे चाहिए। उनकी जेब में पैसा चाहिए। सरकार को उन्हें सीधे पैसे देने चाहिए। जबकि यूपी महासचिव प्रियंका वाड्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि आज भारत माता रो रही है, वो मौन हैं। कांग्रेस ने इस आॅनलाइन कार्यक्रम की शुरूआत सरकार पर दबाव बनाने के लिए किया है ताकि गरीबों, मजदूरों और छोटे कारोबारियों की मदद के लिए सरकार आगे आए। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस आॅनलाइन अभियान के तहत सरकार से प्रवासी श्रमिकों की सुरक्षित घर वापसी की बात कही साथ ही मांग की कि उन्हें मुफ्त यात्रा कर अपने घर पहुंचने का इंतजाम सरकार करे। मनरेगा में 200 दिन का काम सुनिश्चित करे और छोटे और लघु उद्योगों को कर्ज देने की बजाय आर्थिक मदद दे, ताकि करोड़ों नौकरियां भी बचें और देश की तरक्की भी हो।