नई दिल्ली। कोरोना संकट के समय सरकार ने राहत देने के लिए एक बड़े पैकेज का एलान किया है। केंद्र सरकार की ओर से 20 लाख करोड़ के पैकेज की घोषणा की गई है जिसके बारे में तीन दिन से लगातार वित्तमंत्री विस्तार से इसकी जानकारी दे रहीं हैं। सुक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) क्षेत्र के लिए सरकार ने कई घोषणाएं की हैं। इसे लेकर कांग्रेस पार्टी ने सरकार को आड़े हाथों लिया और कहा कि सरकार की बीस लाख करोड़ रुपए पैकेज की पोल खुल चुकी है। कोरोना महामारी में केंद्र सरकार गंजे को कंघी बेचने की कोशिश कर रही है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम नेनितिन गडकरी के बयान का हवाला देते हुए सवाल किया। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी कह रहे हैं कि एमएसएमई का सरकारी उपक्रमों एवं सरकारी विभागों पर पांच लाख करोड़ रुपए बकाया है। दूसरा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इन एमएसएमई इकाइयों को तीन लाख करोड़ रुपए का ऋण देने बात कर रही हैं। चिदंबरम ने कहा कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बयानो का हवाला देते हुए उन्होंने सवाल किया कि ऐसे में ऋणदाता कौन है और उधारकर्ता कौन हैं। वहीं रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सरकार के बीस लाख करोड़ जुमले की हवा निकल गई। वित्त मंत्री ने कहा कि एमएसएमई इकाइयों को तीन लाख करोड़ रुपए का कर्ज दिया जाएगा। पर एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी ने राज खोल दिया है। सरकार पर एमएसएमई उद्योगो का पांच लाख करोड रुपए बकाया है। यह सरकार का गंजे को कंघी बेचना जैसा है।