हरियाणा को तीन जोन में बांटा, लोगों से मांगे सुझाव
Haryana News Chandigarh (आज समाज) चंडीगढ़: हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने अपनी रणनीति को अमलीजामा पहनाना शुरू कर दिया है। पूरे प्रदेश को तीन जोन में बांटा गया है। कांग्रेस पार्टी ने जहां न्याय पत्र बनाने के लिए प्रदेशवासियों से सुझाव मांगे हैं, वहीं विधानसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक नेताओं से टिकट के लिए आवेदन करने को कहा है। कांग्रेस ने दावा किया कि लोकसभा चुनाव की तरह विधानसभा चुनाव में भी जिताऊ चेहरों को ही टिकट दिए जाएंगे। हरियाणा की पांच लोकसभा सीटों पर जीत के बाद कांग्रेस नेता काफी उत्साहित है। राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे तथा सांसद राहुल गांधी द्वारा हरियाणा कांग्रेस के नेताओं की बैठक लेने के बाद पार्टी प्रभारी दीपक बाबरिया ने प्रदेश के कांग्रेसियों को एक पत्र जारी किया है। कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने लोकसभा चुनाव के नतीजों का हवाला देते हुए कांग्रेस नेताओं से कहा कि इस बार के नतीजे काफी उत्साह बढ़ाने वाले रहे हैं। कांग्रेस का वोट प्रतिशत उम्मीद से कहीं अधिक बढ़ा है। लोगों ने भाजपा के विरुद्ध वोट दिया है।
तीन जोन में बांटकर अलग-अलग ई-मेल जारी
दीपक बाबरिया के अनुसार प्रदेश के 90 विधानसभा क्षेत्रों में टिकटार्थियों तथा हाईकमान से अपनी बात कहने वालों की संख्या बहुत अधिक है। दो माह में सभी से मिल पाना मुश्किल है। इसलिए हरियाणा को तीन जोन में बांटकर अलग-अलग ई-मेल जारी किए गए हैं। पहले जोन में विधानसभा हलका नंबर एक से 38 तक हलके रहेंगे। दूसरे जोन में 39 से 67 तथा तीसरे जोन में 68 से 90 हलके रहेंगे। अब टिकटार्थियों द्वारा जोन के हिसाब से टिकट के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया में अपना बायोडाटा मेल किया जाएगा। इसके अलावा प्रदेशवासी तथा पार्टी के कार्यकर्ता कांग्रेस द्वारा विधानसभा चुनाव के दौरान बनाए जाने वाले न्याय पत्र के लिए इन्हीं ई-मेल पर अपने सुझाव भेज सकते हैं, जिन्हें पार्टी की घोषणा पत्र समिति द्वारा संकलित किया जाएगा।
अपने स्तर पर सर्वे भी कराएगी पार्टी
कांग्रेस प्रभारी ने विधानसभा में चुनाव लड़ने के चाहवानों के लिए भी क्राइटेरिया तय कर दिया है। इसके चलते सबसे पहले प्रत्याशी में जीत की संभावना को देखा जाएगा। उसके बाद दावेदार की इलाके में मेरिट, कार्यकर्ताओं का फीडबैक, जनता में उसकी उपस्थिति व उपलब्धता को ही टिकट का आधार बनाया जाएगा। बाबरिया ने कहा है कि लोकसभा चुनाव की तरह सिर्फ उसी दावेदार को टिकट मिलेगा, जो विधानसभा चुनाव जीत सकने की स्थिति में होगा। इसके लिए पार्टी अपने स्तर पर सर्वे भी कराएगी।
हर विधानसभा में 10 से 15 दावेदार
बता दें कि हरियाणा में विधानसभा चुनाव को महज 3 महीने का ही समय बचा है। चुनाव लड़ने के इच्छुक दावेदार खुलकर कांग्रेस का टिकट मांग रहे हैं और अपने आपको दावेदार बता रहे हैं। मगर कांग्रेस लोकसभा चुनाव की तरह ही सर्वे के आधार पर टिकट इस बार देखा। ऐसे में नेताओं ने फिल्ड में रहना शुरू कर दिया है ताकि सर्वे में उनकी रिपोर्ट अच्छी आए। वहीं कुछ नेता आॅनलाइन सर्वे करवाकर खुद को बाकि की तुलना में अधिक असरदार व मजबूत कैंडिडेट बता रहे हैं। खास बात है कि इस बार कांग्रेस का टिकट लेने के लिए सबसे ज्यादा मारामारी रहने के आसार हैं। कांग्रेस के हर विधानसभा में 10 से लेकर 15 दावेदार हैं। ऐसे में यह दावेदार कांग्रेस हाईकमान का सिर दर्द बढ़ाएंगे। कांग्रेस इन दावेदारों से अगले महीने आवेदन मांगना शुरू कर सकती है। कांग्रेस का पहला सर्वे अभी चल रहा है। दूसरा सर्वे शुरू होते ही कांग्रेस आवेदन मांगना शुरू करेगी। जल्द ही कांग्रेस आवेदन के लिए घोषणा करने वाली है। ऐसे में टिकट पाने वालों ने बायोडाटा बनवाना शुरू कर दिया है। इसके अलावा कांग्रेस न्यायपत्र बनाने की भी तैयारियों में लगी है।
राहुल की मीटिंग के बाद बयानबाजी थमी
हरियाणा कांग्रेस की हाईकमान के साथ बैठक के बाद बयानबाजी थम गई है। हुड्डा खेमे और रफङ गुट की तरफ से कोई बयानबाजी राहुल गांधी की नसीहत के बाद सामने नहीं आई है। मगर वहीं जनता के सामने कांग्रेस की गुटबाजी जगजाहिर है। ऊपर से चाहे कितना भी एक होने का संदेश देगी मगर धरातल पर दोनों गुटों के नेताओं के कार्यकर्ता एक दूसरे के आमने-सामने रहते हैं। कांग्रेस के सम्मेलनों में गुटबाजी देखने को मिल रही है। जींद में हुए सम्मेलन में चौधरी बीरेंद्र सिंह गैरमौजूद रहे। वहीं उचाना में जयप्रकाश के कार्यक्रमों से बृजेंद्र सिंह गायब दिखे।