जारी कलह को रोकना कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती
Chandigarh News (आज समाज) चंडीगढ़: हरियाणा कांग्रेस में चुनाव के बीच जारी घमासान को देखते हुए पार्टी हाईकमान एक्शन मोड में आ गया गया है। इसी कड़ी में कांग्रेस ने चुनाव की देखरेख के लिए तीन ऑब्जर्वर नियुक्त कर दिए हैं। इनमें राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत, सीनियर कांग्रेस नेता अजय माकन और पंजाब विधानसभा में कांग्रेस की तरफ से विपक्षी दल के नेता प्रताप सिंह बाजवा शामिल हैं। फिलहाल हरियाणा चुनाव में टिकट बंटवारे के बाद गुटबाजी बढ़ गई है। इस बार कांग्रेस की तरफ से टिकट वितरण में भूपेंद्र सिंह हुड्डा खेमे की एकतरफा चली और उनके करीब 70 समर्थक पार्टी नेताओं को टिकट दी गई है। वहीं दूसरी तरफ कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला के करीब दर्जन भर समर्थकों को ही टिकट मिल पाई। ऐसे में कांग्रेस हाई कमान नहीं चाहेगी कि पार्टी नेताओं के बीच जारी फूट का प्रभाव विधानसभा चुनाव में पड़े। ऐसे में पार्टी ने दोनों गुटों के बीच सामंजस्य से बैठने के लिए अन्य राज्यों के तीन दिग्गज नेताओं को ऑब्जर्वर की जिम्मेदारी दी है।
हर पहलू पर नजर रखेगी ऑब्जर्वर की कमेटी
तीनों ऑब्जर्वर की कमेटी आने वाले विधानसभा चुनाव के हर पहलू पर नजर रखेगी और उनकी कोशिश होगी कि नेताओं के बीच जारी फूट को किसी तरह नियंत्रण में लाया जाए। नेताओं के बीच जारी फूट पर लगाम लगाने के अलावा कमेटी की यह भी जिम्मेदारी होगी कि कमजोर सीटों पर पार्टी को कैसे मजबूत किया जाए। साथी इस पहलू पर भी कमेटी का ध्यान होगा कि जिन पार्टी नेताओं की टिकट कट गई या नहीं मिली, उन बागी नेताओं से मिलकर उनको मनाया जाए और पार्टी को नुकसान करने से बचाया जाए। हालांकि तीनों आब्जर्वर के सामने सबसे बड़ी चुनौती भूपेंद्र सिंह हुड्डा और दूसरे खेमे के बीच जारी गुटबाजी पर अंकुश लगाना है।
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