राजस्थान की राजनीति बीते दो-तीन दिनों में अगल ही तरीके से चल रही है। एक ओर अशोक गहलोत अपनी मठाधीशी कायम रखने में सफल रहे तो दूसरी ओर सचिन पायलट उनसे प्रदेश अध्यक्ष पद छीन लिया गया, उपमुख्यमंत्री पद छीन लिया गया। सचिन पायलट लगातार अपने बागी तेवर दिखा रहे थे। हालांकि उन्होंने खुद यह बात साफ कर दी है कि वह भाजपा में शामिल नहीं हो रहे हैं। राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री को हालांकि इस स्पष्ट संकेत दिए हैं कि वह भाजपा में नहीं जाना चाहते। इसके बाद कांग्रेस ने उन्हें फिर से घर वापसी की नसीहत दी है। कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि अगर वह भाजपा में नहीं जाना चाहते है तो हरियाणा में भाजपा सरकार का मेजबानी छोड़ दें और वापस अपने घर जयपुर लौट आएं। बता दें कि अशोक गहलोत सरकार के साथ बगावत करते हुए पायल और उनकेसमर्थक हरियाणा में मानेसर के दो होटलों में रुके हैं।कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला नेकहा कि ‘हम हमारे युवा साथी सचिन पायलट और कांग्रेस विधायकों से कहेंगे कि अगर आप भाजपा में नहीं जाना चाहते तो फिर भाजपा की हरियाणा सरकार की मेजबानी फौरन अस्वीकार कीजिए।’ उन्होंने कहा कि अगर आप भाजपा में नहीं जाना चाहते तो मनोहर लाल खट्टर की भाजपा सरकार के सुरक्षा चक्र को तोड़कर उनके चंगुल से बाहर से आइए। उन्होंने पायलट तथा अन्य बागी विधायकों से कहा कि भाजपा के किसी भी नेता से बातचीत तुरंत बंद कर दीजिए। परिवार के सदस्य की तरह अपने घर वापस जयपुर लौट आए। रास्ते से भटके हुए हर कांग्रेस विधायक को मेरी राय है कि परिवार के सदस्य को कभी परिवार में वापस आने से गुरेज नहीं करनी चाहिए। इसके साथ ही सुरजेवाला ने इन लोगों से कहा कि वे मीडिया के जरिए वातार्लाप बंद करें।