लखनऊ। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज लखनऊ में नागरिकता संशोधन अधिनियम के समर्थन में रैली को संबोधित किया। लखनऊ के बंगला बाजार स्थित रामकथा पार्क में इस रैली का आयोजन किया गया था। अपने संबोधन में गृहमंत्री ने कहा कि अमित शाह ने कहा कि इस बिल में किसी की नागरिकता लेने का प्रावधान नहीं है। पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश में रहने वाले अल्पसंख्यकों पर वहां अत्याचार हुए, वहां उनके धार्मिक स्थल तोड़े जाते हैं। वो लोग वहां से भारत आए हैं। ऐसे शरणार्थियों को नागरिकता देने का ये बिल है। लेकिन कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल इस पर भ्रम फैला रहें हैं और दंगे करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल लोगों को गलत जानकारी दे रहे हैं। उन्होंने मंच से ही पूछा कि क्या अगर दबे हुए, परेशान लोगों को मोदी जी नागरिकता दे रहे हैं तो क्या यह गलत है? उन्होंने मंच से ही एक नंबर लोगों को बोला और कहा कि इस पर आप मिसड काल करें और सीएए और एनआरसी पर मोदी जी को सपोर्ट करें। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व डॉ. दिनेश शर्मा ने भी रैली को संबोधित किया। अमित शाह ने कहा महात्मा गांधी जी ने 1947 में कहा था कि पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू, सिख भारत आ सकते हैं। उन्हें नागरिकता देना, गौरव देना, भारत सरकार का कर्तव्य होना चाहिए। अमित शाह बोले- मैं आज डंके की चोट पर कहने आया हूं कि जिसको विरोध करना है करे, सीएए वापस नहीं होने वाला है। मैं वोट बैंक के लोभी नेताओं को कहना चाहता हूं, आप इनके कैंप में जाइए, कल तक जो 100-100 हेक्टेयर के मालिक थे वे आज एक छोटी सी झोपड़ी में परिवार के साथ भीख मांगकर गुजारा कर रहे।