नई दिल्ली। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने किसान आंदोलन को लेकर बयानबाजी करी थी। ट्रूडो ने सरकार को किसानों की बात सुनने और किसानों के समर्थन में बयान दिया था जिसका भारत की ओर से कड़ा विरोध किया गया था। भारत ने किसान आंदोलन को आंतरिक मामला बताते हुए ट्रूडो को कड़ेशब्दों में बयानबाजी न करने की नसीहत दी थी। अब इंडो-कैनेडियन संगठन का प्रतिनिधित्व करने वाले एक संगठन ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को किसानों के आंदोलन में गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड के दौरान दिल्ली में हुई हिंसा की निंदा करने के लिए बुलाया है। वैसेट्रूडो ने ट्रंप के शासन के दौरान वाशिंगटन डीसी में हुई हिंसा का विरोध किया था। ट्रूडो को लिखे पत्र में इंडो-कनाडाई के नेशनल अलायंस के अध्यक्ष आजाद कौशिक ने कहा कि वह पीएम को इंडो-कैनेडियन समुदाय की भावनाओं को प्रतिबिंबित करने के लिए लिख रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वे उनकी पिछली टिप्पणी को लेकर चिंतित हैं, जो उन्होंने गुरपुरब के दौरान एक वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान कृषि कानूनों के विरोध को लेकर दिया था।