नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने नजरबंदी खत्म होने के बाद ही जम्मू-कश्मीर केसंबंध में बयानबाजी शुरू कर दी है। अब महबूबा मुफ्ती की इस बयानबाजी के खिलाफ दिल्ली के एक वकील ने पुलिस को शिकायत की है। उन्होंने महबूबा के बयान ‘डकैतों ने हमारा झंडा छीना’ को भड़काऊ और अपमानजनक बताया और उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई। महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को तिरंगे और जम्मू-कश्मीर के पूर्व के झंडे के संबंध में बयानबाजी की। वकील विनीत जिंदल ने दिल्ली पुलिस को शिकायत दी और कहा कि मुफ्ती निर्वाचित भारत सरकार के खिलाफ भड़काऊ और अपमानजनक बयान दे रही हैं। जिंदल ने मुफ्ती के खिलाफ दी अपनी शिकायत मेंकहा कि ‘यह भड़काऊ बयान है जो समुदायों के बीच नफरत और अशांति फैलानेवाला है। भारत मेंचुनी हुई सरकार के खिलाफ युद्ध भड़कानेके इरादे से दिया गया है। यह इसलिए है क्योंकि महबूबा मुफ्ती एक प्रभावशाली और सार्वजनिक व्यक्तित्व हैं। वकील ने कहा कि महबूबा मुफ्ती का यह बयान अपमानजनक है और हर कानून के पालन करने वाले व्यक्ति के गौरव को आहत करता है। उन्होंनेकहा कि यह उत्तेजित और भड़काऊ प्रवृत्ति का है, जिसका मकसद लोगों के बीच सांप्रदायिक तनाव और दुश्मनी पैदा करना है। वकील द्वारा पुलिस को दी गई शिकायत मेंकहा गया है कि महबूबा मुफ्ती के खिलाफ सख्त कार्रवाईकी जानी चाहिए। प्रिवेंशन आॅफ इनसल्ट टु नेशनल आॅनर एक्ट 1971 की धारा 4 और आईपीसी की अन्य धाराओं के अंतर्गत शिकायत दर्ज करने की मांग की गई। बता दें कि जब शुक्रवार को मुफ्ती मीडिया से बातचीत कर रहीं थी तो संवाददाताओं ने महबूबा मुफ्ती से उनके टेबल पर लगे जम्मू-कश्मीर के पुराने झंडे को लेकर प्रश्न किया। इसकेजवाब में मुफ्ती ने कहा कि यही हमारा झंडा है। साथ ही उन्होंने कहा कि हम तभी तिरंगे को अपने हाथ में लेंगे जब हमारा झंडा वापस मिल जाएगा। उन्होंने साफ किया कि मैं जम्मू-कश्मीर के अलावा कोई झंडा नहीं उठाऊंगी। शिकायत में कहा गया है कि इस बयान के जरिए महबूबा कहना चाहती हैं कि जम्मू कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं है और यह अलग है। इसके अलावा शिकायतकर्ता ने कहा है कि महबूबा मुफ्ती ने भारतीय झंडे का अपमान किया और राष्ट्रीय मीडिया के सामने भारतीय राष्ट्रीय ध्वज का अनादर किया। महबूबा मुफ्ती ने पुराने जम्मू-कश्मीर राज्य के झंडे का जिक्र करते हुए कहा कि ‘डकैतों ने हमारे झंडे को छीन लिया है।’