कल से शुरू हो रहा है प्रदेश में धान खरीद का सीजन
सीएम का ऐलान धान का एक-एक दाना खरीदेगी सरकार
Punjab News (आज समाज), चंडीगढ़ : पंजाब में कल से धान खरीद सीजन शुरू हो रहा है लेकिन धान खरीद पर संशय बरकरार है। इसका कारण यह है कि मांगे पूरी न होने से नाराज आढ़ती और शैलर मालिक हड़ताल पर चले गए हैं। जिसके चलते यदि उन्होंने हड़ताल वापस न ली तो अन्नदाता को परेशानी होना तय है। आढ़तियों की मांग है कि सरकार उन्हें पूर्व निर्धारित 2.5 प्रतिशत कमीशन देने पर सहमति दे, वरना उनकी हड़ताल लंबी चलेगी। उन्होंने 1 अक्टूबर से मंडियां बंद रखने की घोषणा कर दी है।
इससे किसान भी दुविधा में हैं। दूसरी तरफ शेलर मालिकों का कहना है कि केंद्र सरकार ने अभी तक केंद्रीय खाद्य निगम (एफसीआई) के गोदाम खाली नहीं किए हैं। यदि किसानों का धान मंडियों में आता है, तो मिलिंग के बाद गोदाम में चावल रखने की जगह नहीं मिलेगी, इसलिए उन्होंने भी धान का उठान नहीं करने का निर्णय लिया है।
अन्नदाता को न हो कोई परेशानी : सीएम
कल शाम अस्पताल से छुट्टी मिलते ही मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने धान खरीद को लेकर अधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान मान ने इस बात पर जोर दिया कि फसल लेकर मंडी में पहुंचे किसी भी किसान को फसल बेचने में कोई परेशानी न हो। उन्होंने यह आश्वासन दिया था कि सरकार ने धान खरीद की तैयारियां पूरी कर ली हैं। और मंडी में फसल लेकर आने वाले किसानों को कोई परेशानी नहीं होगी।
धान आने के साथ-साथ ही होगी लिफ्टिंग : खुड्डियां
दूसरी तरफ प्रदेश के कृषि मंत्री ने कहा कि उन्होंने रविवार को आढ़तियों के साथ बैठक की थी। बैठक में उन्होंने आश्वासन दिया है कि धान की मंडियों में धान आने के साथ-साथ ही लिफ्टिंग की जाएगी। बैठक अच्छे माहौल में हुई है। किसी भी बात पर एक मिनट पर सहमति नहीं बनती, उसमें समय लगता है। मंडियों में पूरे प्रबंध किए जा रहे हैं।
आढ़तियों के साथ ही किसानों की मांगों का भी ध्यान रखा जाएगा। एफसीआई की तरफ से लिफ्टिंग के लिए जगह बनाने का काम किया जा रहा है।
किसान संगठन पहले ही कर चुके हैं प्रदर्शन
धान खरीद को लेकर किसान संगठन पिछले दिनों सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर चुके हैं। प्रदेश में कई जगह बासमती धान के सही दाम न मिलने के बाद किसान नेताओं ने धान को सड़कों पर बिखेर दिया था और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया था। इस हालात में यदि कल से सुचारू तरीके से धान खरीद का कार्य शुरू नहीं होता तो किसानों का एक बार फिर से सड़कों पर उतरना तय है।
यह भी पढ़ें : Amritsar Crime News : अमृतसर पुलिस ने किया नशा तस्करी गिरोह का भंडाफोड़