Commerce Minister Piyush Goyal: भारत ने वैश्विक चुनौतियोंके बीच अप्रैल-मई में निर्यात के क्षेत्र में लगाई बड़ी छलांग

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Commerce Minister Piyush Goyal भारत ने वैश्विक चुनौतियोंके बीच अप्रैल-मई में निर्यात के क्षेत्र में लगाई बड़ी छलांग
Commerce Minister Piyush Goyal : भारत ने वैश्विक चुनौतियोंके बीच अप्रैल-मई में निर्यात के क्षेत्र में लगाई बड़ी छलांग

Exports In First Quarter Of 2024, (आज समाज), नई दिल्ली: भारत ने वैश्विक चुनौतियोंके बीच अप्रैल-मई में निर्यात के क्षेत्र में बड़ी छलांग लगाई है। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि इजराइल-हमास और रूस-यूक्रेन युद्ध के अलावा लाल सागर संकट व कंटेनर की कमी के बीच भी पहली तिमाही में भारत का निर्यात कुल मिलाकर बेहतर रहा है। इस अवधि में भारत के निर्यात में पांच फीसदी का इजाफा हुआ है। उन्होंने कहा कि अप्रैल-मई के बाद जून में भी निर्यात के आंकड़े सकारात्मक रहे हैं। सबसे ज्यादा सर्विस सेक्टर वृद्धि हुई है।

आधिकारिक डाटा कल जारी किया जाएगा

पीयूष गोयल ने बताया कि वाणिज्य मंत्रालय 15 जुलाई को जून के निर्यात का आधिकारिक डाटा जारी करेगा। उन्होंने बताया कि मई में भारत का बिजनेस एक्सपोर्ट 9.1 फीसदी बढ़ा और 38.13 अरब अमेरिकी डॉलर रहा। वहीं चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-मई में आउट बाउंड शिपमेंट 5.1 प्रतिशत बढ़कर 73.12 अरब डालर रहा। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि डिजिटल इंडिया मिशन और 4जी और 5जी के चलते सर्विस सेक्टर में निर्यात को बढ़ावा मिला है।

800 अरब अमेरिकी डॉलर के लक्ष्य को पार करेंगे

पीयूष गोयल ने कहा, पहली तिमाही में निर्यात में बेहतर बढ़ोतरी से साफ है कि वैश्विक चुनौती के बाद इस वर्ष भारत माल और सेवा क्षेत्र में निर्यात के 800 अरब अमेरिकी डॉलर के लक्ष्य को पार कर लेगा। 2023-24 में भारत का निर्यात 778.2 अरब अमेरिकी डॉलर रहा था।

एफडीआई पर यह बोले पीयूष गोयल

केंद्रीय वाणिज्य मंत्री ने प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मंदी के हालात में सुधार होगा तो इसमें भी इजाफा होगा। वैसे लगातार भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश हो रहा है। अमेरिका और अन्य विकसित देशों में ब्याज दरें ज्यादा हैं और ऐसे में यहां निवेश करना लाभ का सौदा होगा।

एफडीआई में 2023-24 में 3.49 फीसदी की गिरावट

पीयूष गोयल ने बताया कि उद्योग और आंतरिक संवर्धन विभाग के आंकड़ों के अनुसार भारत में एफडीआई में 2023-24 में 3.49 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। यह 44.42 अरब अमेरिकी डॉलर रहा था, लेकिन जनवरी-मार्च 2024 में एफडीआई 33.4 प्रतिशत बढ़कर 12.38 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया। यह 2023 में 9.28 बिलियन अमेरिकी डॉलर था। उन्होंने यह भी कहा कि भारत में विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (एफपीआई) में निवेशकों का भरोसा बढ़ा है। जून में भारत ने 26,565 करोड़ रुपए का निवेश प्राप्त किया।