कोलोन जैसी वैकल्पिक चिकित्सा को बढ़ावा देने और आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना पर 64000 करोड़ खर्च करने का लिया : निर्णय दुष्यंत भट्ट

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कोलोन जैसी वैकल्पिक चिकित्सा को बढ़ावा देने और आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना पर 64000 करोड़ खर्च करने का लिया : निर्णय दुष्यंत भट्ट
कोलोन जैसी वैकल्पिक चिकित्सा को बढ़ावा देने और आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना पर 64000 करोड़ खर्च करने का लिया : निर्णय दुष्यंत भट्ट

आज समाज डिजिटल, पानीपत:

 

पानीपत। विश्व आरोग्य संस्था की ओर से नारायण सिंह पार्क के संपूर्ण आरोग्यं केंद्र में कोलोन चिकित्सा पद्धति उद्घाटन समारोह का आयोजन किया गया। इसके मुख्य अतिथि वरिष्ठ उपमहापौर दुष्यंत भट्ट रहे।विशिष्ट अतिथि भारत स्वाभिमान ट्रस्ट के जिला अध्यक्ष शीशपाल सिंह और पंतजलि के जिला किसान सेल के प्रभारी रामपाल शर्मा विशेष अतिथि रहे। अध्यक्षता जिला पंतजलि योग समिति के प्रभारी अशोक ने की। इस अवसर पर सूर्य देव और भगवान धन्वंतरी के चित्र के समक्ष दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया तथा प्राकृतिक चिकित्सा और कोलोन थेरेपी में विशेष प्रतिभाशाली चिकित्सकों को मुख्य अतिथि ने सम्मानित भी किया।

 

पंच कर्मा का आधुनिक रूप ही कोलोन थेरेपी है

वरिष्ठ उपमहापौर दुष्यंत भट्ट ने कहा कि वेद विश्व के सबसे प्राचीन ग्रंथ हैं और आयुर्वेद का जन्म भी वेदों से ही हुआ है। जिस मनुष्य का स्वास्थ्य ठीक है तो वही मनुष्य 100 साल का सुखी जीवन जी सकता है। उन्होंने कहा कि कोलोन अथवा बड़ी आंत शरीर का महत्वपूर्ण अंग है, जो शरीर से टॉक्सिन को बाहर निकालता है, लेकिन कब्ज के कारण इस अंग में अनेक बीमारियां होने का खतरा हमेशा बना रहता है। इसलिए इसे हमेशा स्वस्थ बनाए रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि पंच कर्मा किया जाता है और पंच कर्मा का आधुनिक रूप ही कोलोन थेरेपी है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार आयुर्वेदिक दवाइयों से व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर भारत में कोरोना का मुकाबला किया है।

 

 

कोलोन जैसी वैकल्पिक चिकित्सा को बढ़ावा देने और आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना पर 64000 करोड़ खर्च करने का लिया : निर्णय दुष्यंत भट्ट
कोलोन जैसी वैकल्पिक चिकित्सा को बढ़ावा देने और आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना पर 64000 करोड़ खर्च करने का लिया : निर्णय दुष्यंत भट्ट

 

लोगों को कोलोन पद्धति को अपनाना चाहिए

ऐसा अमरीका और अन्य पड़ोसी देश भी नहीं कर पाए हैं। यही कारण है कि भारत में कोरोना की तीसरी लहर का कोई असर दिखाई नहीं देता। इसलिए लोगों को कोलोन पद्धति को अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना पर चालू वित्त वर्ष में 64000 करोड़ खर्च करने और देश के 10 करोड़ परिवारों को 5 लाख का स्वास्थ्य बीमा कवर दिया है। यह एक सराहनीय कदम है। भारत सरकार द्वारा वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति का विस्तार करने का निर्णय भी एक सराहनीय कदम है।

 

 

 

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