नई दिल्ली। वर्षों पुरान रिश्ता, पुरानी दोस्ती सबकुछ खत्म हो गया। शिवसेना और भाजपा के बीच गठबंधन आज खत्म हो गया। मैंने अपने कंद्रीय मंत्रीमंडल में पदभार ग्रहण किया था। लेकिन आज पीएम मोदी को मैंने इस्तीफा सौंप दिया। आज हमारा गठबंधन समाप्त हो गया। लोकसभा चुनावों के पहले उद्धव ठाकरे और भाजपा प्रमुख के बीच बातचीत हुई थी। इस बातचीत में बतौर सावंत तय किया गया था कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों के बाद वहां सभी पदों पर जिसमें मुख्यमंत्री पद शामिल है पर 50-50 प्रतिशत का बंटवारा किया जाएगा। आगे सावंत ने कहा कि भाजपा के साथियों ने इसे नकार दिया। जिससे शिवसेना प्रमुख आहत हैं। उन्होंने कहा कि ठाकरे परिवार अगर कुछ कहता है तो उस पर सौ प्रतिशत टिका रहता है। अब महराष्ट्र में नई सरकार बनने जा रही है। खुले तौर पर तो नहीं लेकिन अरविंद सावंत ने कहा कि यदि मैंने त्यागपत्र दिया है तो इसका मतलब आप खुद ही समझ सकते हो। यानी आज बर्षो पुरानी दोस्ती टूट गई। शिवसेना ने पीएम मोदी के मंत्रीमंडल से इस्तीफा दे दिया जिसके बाद शिवसेना और भाजपा के बीच संबंध खत्म हो गए हैं।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की पार्टी के मोदी सरकार में मंत्री अरविंद सांवत ने सोमवार को मंत्री पद से इस्तीफ दे दिया है। आपको बता दें कि भाजपा ने रविवार को राज्यपाल से मिलकर कहा कि वह राज्य में अकेले सरकार नहीं बना सकती। इसके बाद राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने दूसरी सबसे बड़ी पार्टी शिवसेना को सरकार बनाने का न्योता दिया है। ऐसे में अब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (ठउढ) ने मौका देखते हुए शिवसेना को समर्थन देने पर अपनी शर्त रख दी है। एनसीपी के नेता नवाब मलिक ने कहा है कि हमारे समर्थन के लिए उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी को पहले केंद्रीय राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (ठऊअ) से अलग होना होगा। अब सबकी नजर शिवसेना, एनसीपी व कांग्रेस पर टिकी हुई है।