Aaj Samaj (आज समाज), CM Nitish Lashed On Manjhi, पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महिलाओं पर विवादित टिप्पणी करने के बाद गुरुवार को विधानसभा में एक बार फिर अनियंत्रित हो गए और अब उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके बुजुर्ग नेता जीतन राम मांझी को अनाप-शनाप बोल दिया।
- सदन में पहले महिलाओं पर की थी विवादित टिप्पणी
जानिए मांझी ने क्या बोला तो भड़के नीतीश
आरक्षण संशोधन विधायक में हुए संशोधन पर चर्चा के दौरान ये घटना हुई। मांझी ने अपने संबोधन में कहा कि बिहार में जो जातीय गणना हुई है, मुझे उस पर भरोसा नहीं है। उन्होंने कहा, आरक्षण पर हर 10 साल में समीक्षा की बात कही गई है , लेकिन क्या बिहार सरकार ने आरक्षण की समीक्षा की। आरक्षण की धरातल पर क्या स्थिति है, सरकार को इसे देखना चाहिए। इतना कहते ही सीएम नीतीश भड़क गए और उन्होंने मांझी को तुम-तुम और सेंसलेस तक कह डाला। नीतीश ने कहा, मेरी गलती थी कि मैंन इस आदमी को मुख्यमंत्री बना दिया। यह मैंने मूर्खता की। इसको कोई सेंस है। जब सीएम बनाया था तो मेरी पार्टी के लोग हमको कहने लगे कि ई तो गड़बड़ है, इनको हटाइए।
बीजेपी क्यों इन्हें राज्यपाल नहीं बना देती
नीतीश की गई इस भाषा को सुनकर सदन के सदस्य भी हतप्रभ थे। नीतीश ने यह भी कहा कि मांझी अब गवर्नर बनने के लिए बीजेपी के आगे-पीछे घूम रहा है। बीजेपी के लोग इन्हें क्यों नहीं राज्यपाल बना देते हैं। नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने इस बीच कहा कि सदन में पूर्व दलित मुख्यमंत्री को बोलने दिया जाए। उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है। सीएम फिर खड़े हो गए और गुस्से में कहा इस आदमी को कोई आइडिया है क्या, इसको हम मुख्यमंत्री बना दिए थे। यह क्या मुख्यमंत्री था। अब यह राज्यपाल बनना चाहता है।
महिलाओं पर की थी यह टिप्पणी
बिहार में इसी सप्ताह मंगलवार को जब विधानसभा में जाति आधारित सर्वे के आंकड़े पेश किए गए तो इस पर चर्चा के दौरान नीतीश ने कहा, बिहार में महिलाओं की साक्षरता बढ़ी है। लड़की पढ़ी लिखी रहेगी तो जनसंख्या नियंत्रित रहेगी। उन्होंने कहा, लड़की पढ़ लेगी अगर, तो जब शादी होगा। तब पुरुष रोज रात में करता है ना। उसी में और (बच्चे) पैदा हो जाता है। लड़की अगर पढ़ लेगी तो उसको भीतर मत…, उसको…कर दो। इसी में संख्या घट रही है। सीएम के इस बयान से विधानसभा के अंदर विधायक भी असहज दिखे थे।
79 वर्ष के हैं जीतन राम मांझी
जीतन राम मांझी जनता दल (यूनाइटेड) के नेता के तौर पर बिहार के 23वें और दलित समुदाय के तीसरे मुख्यमंत्री रहे। 20 मई 2014 से 20 फरवरी 2015 तक वह सीएम रहे। वर्तमान में वे हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के राष्ट्रीय नेता है तथा पूर्व में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। वह 79 वर्ष के हैं। गया जिले में 6 अक्टूबर 1944 को उनका जन्म हुआ। मांझी ने नीतीश मंत्रिमंडल में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति कल्याण मंत्री के रूप में कार्य किया था। वह कई मुख्यमंत्रियों के अधीन बिहार की कई राज्य सरकारों में मंत्री रहे हैं।
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