प्रवीण वालिया, करनाल :
सी.एम सिटी डूबी, मुख्यमंत्री जी त्यागपत्र दो, करनाल बना भ्रष्टाचार का अड्डा, मुख्यमंत्री जी, त्यागपत्र दो, स्मार्ट सिटी का करोड़ो रूपया डूबा, सी.एम. हिसाब दो, करनाल वालो की क्या है गलती मुख्यमंत्री जी जवाब दो। जैसे नारों से लिखी तख्तियां हाथों में लेकर करनाल में कांग्रेस नेता सड़कों पर निकल पड़े। इनका नेतृत्व 2019 के विधान सभा चुनावों में मुख्यमंत्री के निकटतम प्रतिद्वंदी रहे तथा कांग्रेस के जिला संयोजक त्रिलोचन सिंह कर रहे थे। मुख्यमंत्री के हल्के में जल भराव, भ्रष्टाचार, लापरवाह तंत्र, बेपरवाह सत्ता, के खिलाफ करनाल की आवाज बनकर त्रिलोचन सिंह प्रशासनिक मुख्यालय के सामने दहाड़ रहे थे। उन्होंने करनाल हल्के के कांग्रेस नेताओं के 51 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ मुख्यमंत्री के नाम डीसी के माध्यम से ज्ञापन दिया। इस अवसर पर जिला संयोजक त्रिलोचन सिंह ने कहा कि 10 दिन में दूसरी बार शहर में जल भराव और पानी की निकासी में विफलता और शहर में पानी की निकासी में भष्टाचार तथा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में अफसरों के द्वारा करोड़ो के बन्दर बांट के मुद्दे पर मुख्यमंत्री विफल रहे हैं।
उन्हें अपने पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए। इससे पहले मिनी सचिवालय के बाहर कांग्रेस के वर्करों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल मे लोग आक्सीजन और दवाओं की कमी से मरते रहे। कई घर बर्बाद हो गए। डेंगू,मलेरिया,पीलिया फैल रहा है अफसर सो रहे हैं। करनाल में रोजगार के लिए कोई प्रतिष्ठान नहीं लगा। व्यापारी, किसान कर्मचारी और युवा परेशान हैं। उन्होंने कहा कि वह करनाल के प्रतिनिधि हैं, वह हमेशा लोगों के बीच में हैं और रहेंगे। इस अवसर पर कांग्रेस के जिला संयोजक त्रिलोचन सिंह, कृष्ण बसताड़ा, धर्मपाल कौशिक, सुरेंद्र कलखा, होशियार सिंह, परमजीत भारद्वाज, डा. फतेह, रानी काम्बोज सुषमा नागपाल, अमरदीप कादियान, बीरबल तंवर रोहित जोशी, दया प्रकाश प्रेम मलवानिया, परमजीत भारद्वाज, नरेंद्र जोगा चौधरी दलवीर सिंह, जितेंद्र पांचाल, भारत भूषण डा., रामफल, विनोद शर्मा, अमरजीत सिंह भोला, डा. रामफल, बलबान पठान, प्रेम काजल, गगन मेहता, कृष्ण गहलोत, आनन्द कुमार, पृथ्वी भाट, सुनहरा वाल्मीकि, पम्मी वाल्मीकि, रमेश जोगी, पुनीत कुमार, जितेंद्र पांचाल, भारत भूषण, कुलवंत सिंह, मोविल खान आदि मौजूद रहे।