Himachal News : लोकिन्दर बेक्टा। शिमला। हिमाचल प्रदेश (himachal pradesh) में बीती रात 3 जिलों में बादल फटने (cloud burst) की 5 घटनाओं में अब तक कई लोगों की मौत हो गई है, जबकि 50 अन्य लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है।
बादल फटने की ये घटनाएं शिमला (shimla), मंडी (mandi) और कुल्लू (kullu) जिलों में हुई हैं। इन घटनाओं में लापता लोगों की तलाश जारी है और इस कार्य में वायु सेना (Air Force) तथा NDRF की मदद भी ली गई है।
उधर, प्रदेश में आई इस जल प्रलय में केंद्र सरकार ने भी मदद का हाथ बढ़ाया है और केंद्रीय गृह मंत्री (Union Home Minister) अमित शाह (Amit Shah) ने मुख्यमंत्री (Chief Minister) सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhwinder Singh Sukhu) को फोन कर हरसंभव मदद का भरोसा दिया है।
जानकारी के मुताबिक, कुल्लू जिले में 3 जगह और मंडी और शिमला में 1-1 जगह बादल फटा है। राज्य मुख्यालय पर प्राप्त सूचना के अनुसार, अभी तक 4 शव बरामद हुए हैं, जबकि 50 लोगों के लापता होने की सूचना है। 12 घंटों में बादल फटने और भारी बारिश से एक राष्ट्रीय राजमार्ग और 5 सड़कें अवरुद्ध हैं, जबकि 3 पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं।
बादल फटने की घटना से शिमला जिले के झाकड़ी का समेज क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। वहां बादल फटने से आवासीय क्षेत्र से 36 लोग लापता हैं और एक सड़क मार्ग भी अवरुद्ध है। झाकड़ी में समेज खड्ड में हाइड्रो प्रोजेक्ट के नजदीक वीरवार तड़के बादल फटने की घटना हुई। घटना की सूचना मिलते ही उपमंडल प्रशासन रामपुर (Rampur), NDRF, CISF, होमगार्ड्स (Home Guards) की टीम रेस्क्यू (rescue) कार्य कर रही है। ITBP भी राहत कार्य के लिए लगाई गई है।
उपायुक्त (DC) अनुपम कश्यप (Anupam Kashyap) और एसपी (SP) शिमला संजीव गांधी (Sanjeev Gandhi) ने भी घटनास्थल का दौरा किया। उपायुक्त ने बताया कि अभी तक 36 लोगों के लापता होने का पता चला है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू समेज नहीं पहुंच पाए क्योंकि खराब मौसम के कारण जनक हेलीकाप्टर शिमला से ही उड़ान नहीं भर पाया और उन्हें वापस सचिवालय जाना पड़ा।
उपायुक्त अनुपम कश्यप ने कहा कि लापता लोगों की खोज की जा रही है और उन्हें बचाने कर हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। उधर, मंडी जिले की पधर तहसील के टिक्कन-थालूकोट (tikkan-thalukot) गांव में बादल फटने से 7 लोग लापता हुए हैं, जबकि 2 लोगों के शव बरामद हुए हैं। वहीं 3 घरों को भी नुकसान पहुंचा है।
कुल्लू जिले के निरमंड (Nirmand) तहसील के जाओं (jaon) गांव में बादल फटने से 7 लोग लापता हैं और इस आपदा में 9 घर बाढ़ में बह गए हैं, जबकि 3 पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं। इसके अतिरिक्त, उच्च पर्वतीय क्षेत्र में बादल फटने से पिन पार्वती नदी (Pin Parvati River) का जलस्तर बढ़ा है और 1 बस भी बह गई है। मलाणा के जरी में भी 1 पुल क्षतिग्रस्त हुआ है।
मलाणा (Malana) में ब्यास (Byas) नदी के किनारे 9 लोग फंसे हुए हैं जिनको सुरक्ष्रित बाहर निकालने के लिए बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। कुल्लू जिले में 2 जगह पर बादल फटने से 10 लोग लापता हैं, जबकि बाढ़ से दर्जनों मकानों को नुकसान पहुंचा है।
मलाणा की ऊंची पहाड़ियों पर बादल फटने से पावर प्रोजेक्ट एडिट 1 बंद फटने से मलाणा पावर प्रोजेक्ट एडिट 2 को भारी नुकसान पहुंचा है। इस घटना के कारण आई बाढ़ से मणीकर्ण घाटी (Manikaran Valley) के जरी बालाजी गांव में 3 से 4 मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं। दूसरी बादल फटने की घटना श्रीखंड महादेव (Shrikhand Mahadev) की ऊंची पहाड़ियों पर हुई।
पीएम मोदी भी रख रहे स्थिति पर नजर Himachal News
हिमाचल प्रदेश में बीती रात हुई बादल फटने की 5 घटनाओं के बाद उत्पन्न स्थिति पर प्रधानमंत्री (Prime Minister) नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) भी नजदीक से नजर रख रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि आपदा की इस घड़ी में केंद्र सरकार हिमाचल की जनता के साथ खड़ी है और केंद्र की ओर से राज्य को हरसंभव सहायता दी जा रही है। उन्होंने अधिकारियों को स्थिति से निपटने के लिए हरसंभव कदम उठाने के निर्देश दिए ताकि स्थिति को जल्द से जल्द सामान्य बनाए जा सके।
कई परिवार एक साथ हुए लापता Himachal News
शिमला जिले के ऊपरी क्षेत्र झकरी के समीज में हुई बादल फटने की घटना में 36 लोग लापता हैं। इसमें 4 प्रवासी मजदूर, 8 लोग कंदराहड़ कुशवा क्षेत्र से, 7 कर्मचारी ग्रींको प्रोजेक्ट समेज के और 14 स्थानीय निवासी समेज गांव के शामिल हैं।
लापता लोगों में ममता पत्नी राजकुमार पांडे निवासी झारखंड, मुस्कान पुत्री राजकुमार पांडे निवासी झारखंड, रूपनी देवी पत्नी भोला नाथ उरांव, पता झारखंड और अंजलि पुत्री भोला नाथ उरांव पता झारखंड शामिल हैं।
कुशवा बाइफ्रिकेशन के पास कंदराहड़ गांव के लापता स्थानीय लोगों की सूची में सूरत राम, संतोष कुमारी, नीरज कुमार, रचना, अनीता, योग प्रिया, मुकेश पुत्र अशोक कुमार और वेदराज पुत्र कौल राम शामिल हैं।
ग्रीनको समेज हाइड्रो एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के लापता लोगों में पुष्प देव शर्मा ग्राम खुन्ना रामपुर, हरदीप सिंह ग्राम नगरोटा बगवा कांगड़ा, हरदेव सिंह ग्राम सैंज, कुल्लू, अजय कुमार निवासी शिलाई, सिरमौर, भाग चंद निवासी शिंगला रामपुर, सिद्धार्थ खेड़ा निवासी कांगड़ा और रूप सिंह गांव सिका सेरी सरपारा, रामपुर शामिल हैं।
समेज के स्थानीय लापता लोगों की सूची में शिक्षा पत्नी गोपाल, जिया पुत्री गोपाल, कल्पना पत्नी जय सिंह, अक्षिता पुत्री जय सिंह स्नैल, अद्विक पुत्र जय सिंह सनायल, कृष्णा देवी पत्नी स्वर्गीय पुरूषोत्तम, श्याम सिंह पुत्र चंदर सिंह, आरुषि पुत्री श्याम सिंह, अरुण पुत्र श्याम सिंह, सरस्वती उतनी श्याम सिंह, तनु केदारटा पुत्री रविंदर केदारनाथ, रानू केदारटा पुत्री रविंदर केदारटा, आरुषि पुत्री श्याम सिंह और मंगला देवी पत्नी सुना राम ग्राम शामिल हैं।
राज्यपाल ने दु:ख व्यक्त किया Himachal News
राज्यपाल (Governor) शिव प्रताप शुक्ल (Shiv Pratap Shukla) ने हिमाचल प्रदेश के मंडी, कुल्लू और शिमला जिलों के विभिन्न क्षेत्रों में बादल फटने के कारण हुए जान-माल के नुकसान पर गहरा दु:ख व्यक्त किया है।
राज्यपाल ने संबंधित जिलों के उपायुक्तों से भी फोन पर बात की है और उनसे प्रभावितों को त्वरित राहत प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि लापता लोगों को ढूंढने के लिए NDRF और SDRF का दल बचाव कार्य में लगा हुआ है।
राज्यपाल ने दिवंगत आत्माओं की शांति तथा उनके परिजनों कर प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है। राज्यपाल ने लोगों से भी अपील की कि वह नदी-नालों के समीप न जाएं। Himachal News
यह भी पढ़ें : Himachal News : अनुराग ठाकुर की राहुल गांधी पर टिप्पणी से भड़की कांग्रेस