Himachal Weather News (आज समाज),शिमला। प्रदेश में बादल फटने की घटनाएं लगातार जारी हैं। तीन दिन पहले जहां शिमला, ऊना और मंडी में 6 जगह बादल फटने से भारी तबाही देखने को मिली थी वहीं शुक्रवार देर रात राजधानी से दूरवर्ती क्षेत्र केलांग में भी बादल फटने की घटना सामने आई। मिली जानकारी के अनुसार दारचा-शिंकुला सड़क पर शुक्रवार देर रात बादल फटने से सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के दो पुल टूट गए। इससे दारचा-शिंकुला-जांस्कर सड़क पर आवाजाही बंद हो गई।
दारचा से करीब 16 किलोमीटर दूर बादल फटा, जिससे नाले में बाढ़ आ गई। शुक्रवार देर रात दारचा-शिंकुला मार्ग पर बादल फटने की घटना पर बीआरओ के अधिकारियों ने बताया कि अब पुलों के रखरखाव में तीन दिन का समय लगेगा। लाहौल-स्पीति प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि अभी दारचा-शिंकुला सड़क पर आवाजाही न करें।
लाहौल-स्पीति के पुलिस अधीक्षक मयंक चौधरी ने कहा कि दारचा-सरचू-लेह मार्ग आवाजाही के लिए बहाल है, उसी मार्ग से आवाजाही करें। वहीं, शुक्रवार देर रात हुई भारी बारिश से जिला कुल्लू की लगघाटी के तिउन को जोड़ने वाला पैदल पुल बह गया है। चंबा में भी बारिश से उप तहसील तेलका की दो पंचायतों में एक गोशाला और एक मकान का कमरा क्षतिग्रस्त हो गया।
उधर, जगह-जगह भूस्खलन से शनिवार शाम तक प्रदेश में 114 सड़कें, 163 बिजली ट्रांसफार्मर और 100 पेयजल योजनाएं ठप रहीं। जिला कुल्लू में 93, शिमला-हमीरपुर में 15-15, मंडी में 37 और चंबा में 3 बिजली ट्रांसफार्मर ठप हैं। जिला कुल्लू में 82, शिमला में 10, लाहौल-स्पीति में 6 और चंबा में 2 पेयजल योजनाएं प्रभावित हैं।
सभी प्रमुख नेता जान रहे लोगों का हाल
राज्य में आई आपदा के बाद मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्री व भाजपा के प्रमुख नेता सभी आपदा ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं। वे स्थिति का जायजा ले रहे हैं और लोगों को सांत्वना दे रहे हैं। दूसरी तरफ प्रशासन भी अपने पूरे प्रयास के साथ लापता लोगों की तलाश में जुटा हुआ है।