रिटेल/होलसेल ड्रग विक्रेताओं की दुकानों पर कड़ी नजर रखें और रेड बढ़ाएं : डीसी अनीश

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Close watch on the shops of wholesale drug sellers
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  • गत माह में 6 रिटेल/होलसेल ड्रग विक्रेताओं के लाईसेंस किए सस्पेंड, नवम्बर माह में 7 को दिए नोटिस
    प्रवीण वालिया,करनाल:
    उपायुक्त अनीश यादव ने कहा कि नशीली दवाओं की बिक्री व ड्रग तस्करी को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग तथा ड्रग कंट्रोलर, रिटेल/होलसेल ड्रग विक्रेताओं की दुकानों पर कड़ी नजर रखें और रेड बढ़ाएं, अनियमितताएं पाए जाने पर संबंधित के खिलाफ कार्यवाही अमल में लाई जाए।

उन्होंने कहा कि नशे से ज्यादा प्रभावित गांवों में अधिक से अधिक जागरूकता कैंप लगाने के लिए ग्राम पंचायतों का सहयोग लिया जाए। इसके अलावा कैंपों में डॉक्टरों, परामर्शदाताओं की ड्यूटी लगाई जाए और नशे के आदी लोगों को नशा छोडऩे के लिए प्रेरित करें तथा उन्हें नशा मुक्ति केन्द्र तक पहुंचाना सुनिश्चित किया जाए ताकि लोग नशे की गिरफ्त से बाहर आ सकें। उपायुक्त वीरवार को लघु सचिवालय के सभागार में जिला स्तरीय नार्को समन्वयक समिति की बैठक में अधिकारियों के साथ समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने सीएमओ को निर्देश दिए कि वे अपने अधीनस्थ एएनएम, आशा वर्कर एवं अन्य अधिकारियों/कर्मचारियों को इस कार्य में सहयोग करने के लिए निर्देशित करें।

नशे की बुराई से दूर रहने के लिए परामर्श

बैठक में सिविल सर्जन ने बताया कि गत माह के दौरान नशा मुक्ति केन्द्रों की ओर से 4 जागरूकता कैंप लगाए गए थे जिनमें करीब 22 नशे के आदी लोगों की पहचान हुई है, उन्हें परामर्श देने के बाद नशा मुक्ति केन्द्र में ईलाज करवाने के लिए भेज दिया गया है। उपायुक्त ने सिविल सर्जन को निर्देश दिए कि वे उक्त लोगों से पूछे कि वे कहां से नशे की दवाई लेते थे और इसकी सूचना पुलिस विभाग को दी जाए। उपायुक्त ने बैठक में नशा मुक्त भारत अभियान की जिला नोडल अधिकारी एवं अतिरिक्त उपायुक्त डा. वैशाली शर्मा को निर्देश दिए कि वे रिटेल/होलसेल दवाई विक्रेताओं की रेंडम चैकिंग करें। एडीसी ने बताया कि नशा मुक्त भारत अभियान के तहत जिला की सभी पीएचसी में 33 कलस्टर बनाए गए हैं, जहां आसपास के गांवों के लोगों को नशे की बुराई से दूर रहने के लिए परामर्श तथा निशुल्क ईलाज दिया जाता है।

दिव्यांगों द्वारा रैली का आयोजन

उन्होंने बताया कि गत 7 जुलाई को असंध खंड के गांव जलमाना में एक विशाल सेमिनार का आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न विद्यालयों के छात्रों, आंगनवाड़ी वर्कर, स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक असंध एवं गांव के अन्य गणमान्य व्यक्तियों व लगभग 500 से 600 लोगों ने भाग लिया। इसके अतिरिक्त 12 अगस्त को जिला के विभिन्न 116 स्कूलों में 42000 बच्चों ने भी नशे के खिलाफ शपथ ली। उन्होंने बताया कि गत 13 अगस्त को करनाल खंड के गांव अमृतपुर कलां में अर्पणा चैरिटेबल ट्रस्ट के साथ मिलकर करीब 500 ग्रामवासियों द्वारा नशे के खिलाफ रैली का आयोजन किया गया जिसमें अधिकतर गांव की महिलाएं शामिल रही। इसी प्रकार 14 अगस्त को करनाल खंड के गांव बड़ागांव में भी नशे के खिलाफ प्रशासन के सहयोग से दिव्यांगों द्वारा एक रैली का आयोजन किया गया जिसमें करीब 300 दिव्यांग द्वारा भाग लिया गया। उन्होंने बताया कि 19 सितंबर को पुलिस अधीक्षक करनाल के अध्यक्षता में गांव बला खंड असंध में एक विशाल सेमिनार का आयोजन किया गया जिसमें अधिकारियों सहित अन्य संस्थाओं के सदस्यों एवं करीब 4000 वृद्धजन महिलाओं युवा एवं छात्र छात्राओं ने सेमिनार में भाग लिया। उन्होंने बताया कि अब तक जिला करनाल में नशा मुक्त भारत अभियान के तहत 60000 लोगों को विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से जोड़ा गया है।

अधिकारी आपसी तालमेल के साथ करें कार्य : पुलिस अधीक्षक

पुलिस अधीक्षक गंगाराम पुनिया ने कहा कि नशा मुक्त भारत अभियान के तहत राज्य स्तर पर गठित कमेटी के दिशा-निर्देशों की अनुपालना करते हुए मादक व नशीले पदार्थों की बिक्री, सेवन पर नियंत्रण के लिए जिला स्तरीय कमेटी के अलावा सब डिवीजन, कलस्टर मिशन टीम तथा ग्राम स्तर पर कमेटी के सदस्य कड़ी निगरानी रखें और इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दें तथा संंबंधित विभाग आपसी तालमेल के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा कि असंध व निसिंग के क्षेत्र में अफीम व बुक्खी जैसे नशीले पदार्थ के लोग आदी हैं लेकिन इंद्री खंड के गांव कलसौरा में स्मैक की बिक्री का मामला संज्ञान में आया है, इस क्षेत्र पर भी कड़ी नजर रखने की जरूरत है।

6 रिटेल/होलसेल ड्रग विक्रेताओं के लाईसेंस किए सस्पेंड, 7 को दिए नोटिस:

बैठक में उपायुक्त अनीश यादव को सीनियर ड्रग कंट्रोल ऑफिसर गुरचरण सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि अक्तूबर माह में निरीक्षण के दौरान 6 रिटेल/होलसेल दवाई विक्रेताओं की दुकानों में नशे में प्रयोग होने वाली दवाओं का पूर्ण बिक्री रिकॉर्ड सही प्रकार से न पाए जाने पर लाईसेंस रद्द किया गया। इनमें सदर बाजार करनाल स्थित हरियाणा मेडिकल हॉल, राम नगर करनाल स्थित सिद्धार्थ मेडिकोज, काछवा रोड पर विजय नगर में विजय फार्मेसी, घरौंडा खंड के गांव अराईपुरा में बालाजी मेडिकल स्टोर, मॉडल टाऊन करनाल में न्यू गोयल मेडिकोज तथा नॉवल्टी चौंक करनाल स्थित बब्बू मेडिकोज शामिल है।

इसके अलावा निरीक्षण के दौरान 15 नवम्बर तक मेडिकल स्टोर्स में भी नशे में प्रयोग होने वाली दवाईयों के रिकॉर्ड में अनियमितताएं पाए जाने पर 7 मेडिकल स्टोर मालिकों को नोटिस जारी किए गए हैं। इनमें घरौंडा के माधव मेडिकल स्टोर, खुराना मेडिकल एजेंसी, जगदम्बा मेडिकोज व अमरसन्स मेडिकल स्टोर तथा असंध के साई मेडिकल स्टोर, तनिश मेडिकोज व फ्रैंड्स मेडिकोज शामिल हैं।

बैठक में ये रहे मौजूद:

पुलिस अधीक्षक गंगाराम पुनिया, अतिरिक्त उपायुक्त डा. वैशाली शर्मा, सिविल सर्जन डा. योगेश शर्मा, डिप्टी सिविल सर्जन सिम्मी कपूर, जिला न्यायवादी डा. पंकज, सीनियर ड्रग कंट्रोल ऑफिसर गुरचरण सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी राजपाल चौधरी, जिला समाज कल्याण अधिकारी सत्यवान ढिलौड़ सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

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