नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़:
हरियाणा एजुकेशन मिनिस्ट्रीयल स्टाफ एसोसिएशन रजिस्ट्रेशन नंबर 1764 संबंधित सर्व कर्मचारी संघ के लिपिकों ने शुक्रवार देर सायं डीईओ नारनौल को 22 फरवरी को शिक्षा सदन पंचकूला पर प्रदर्शन का नोटिस जिला प्रधान बाबूलाल यादव की अध्यक्षता में सौंपा गया। ज्ञापन में हरियाणा सरकार से लिपिक वर्गीय कर्मचारियों को पे मेट्रिक्स लेवल छह के अनुसार 35400 का वेतनमान देने सहित अनेक विभागीय मांगों को लागू करवाने की मांग की गई। हेमसा के पूर्व राज्य सचिव मुकेश जांगड़ा व दिनेश यादव प्रधान ने बताया कि 23 अगस्त 2022 को हेमसा प्रतिनिधि मंडल की बैठक हरियाणा भवन चंडीगढ़ में शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर की अध्यक्षता में हुई। बैठक में मांगपत्र में शामिल 9 मांगों को तय समय में पूरा करने का आश्वासन शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों ने हेमसा प्रतिनिधि मंडल को दिया था।
9 मांगों पर नहीं की गई कोई कार्रवाई
पांच माह बीत जाने के बाद जी लिपिक वर्गीय कर्मचारियों की एक भी मांग को पूरा नहीं किया गया। संगठन के दवाब में निदेशक सेकेंडरी स्कूल ने हेमसा प्रतिनिधि मंडल को 6 फरवरी को बातचीत के लिए शिक्षा सदन पंचकूला बुलाया। लेकिन निदेशक महोदय को जब ये लगा कि पांच माह बाद भी निदेशालय की ओर से हेमसा की 9 मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई तो निदेशक महोदय मुख्यमंत्री से मीटिंग का हवाला देकर बातचीत को बीच में ही छोड़कर चले गए। हेमसा प्रतिनिधि मंडल ने बैठक से जाने वाले अधिकारी को टोकते हुए अपना रोष जताया। उन्होंने कहा कि वित्त विभाग ने लिपिकों को टैक्निकल कार्य करने की बजाय डायरी और डिस्पैच करने तथा रिकार्ड को मेनटेन करने तक का ही काम करने का कार्य दर्शाया है। जो सरासर गलत है। कर्मचारी सेलरी बिल, एच.आर.एम.एस, एम.आई.एस, आन लाइन रिविलिंग और ज्वाइनिंग, एकस्ल वर्क, पीएफएमएस सहित अनेक कार्य सुबह से लेकर सांय तक करते है।
22 फरवरी को शिक्षा सदन पंचकूला पर रोष प्रदर्शन करेंगे प्रदेश के लिपिक
हेमसा के प्रदेश प्रेस प्रवक्ता सुजान मालड़ा ने कहा कि 25 अगस्त 2014 को मंत्रिमंडल में पास हुए फैसले को आठ साल बाद भी लागू नहीं किया है। जबकि भाजपा सरकार ने अपने गीता के समान चुनावी घोषणापत्र में हरियाणा के लिपिक वर्गीय कर्मचारियों को पंजाब के समान वेतनमान जो वर्तमान में पे मेट्रिक्स लेवल छह के अनुसार 35400 का सम्मानजनक वेतन को लागू करने की बात कही थी। परन्तु आठ साल बीत जाने पर भी कैबिनेट बैठक में पारित फैसले को लागू नहीं किया गया। जिससे सरकार की मंशा कर्मचारियों के प्रति सही नजर नहीं आ रही। इसलिए 22 फरवरी को हरियाणा प्रदेश के हजारों लिपिक शिक्षा सदन पंचकूला कूच करेंगे। वहां पर रोष प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन निदेशक को सौंपेंगे। ज्ञापन सौंपने वालों में उप अधीक्षक विनय कुमार, सरला देवी, सहायक मुकेश जांगड़ा, सुदेश शर्मा, महेश चंद्र शर्मा, दिनेश यादव, सुरेंद्र शर्मा, मोती लाल शर्मा, राजेश जांगड़ा सहित अनेक कर्मचारी उपस्थित थे।
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