महेंद्रगढ़ : हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय में स्वच्छता पखवाड़ा शुरू

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नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़ :
हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेंवि), महेंद्रगढ़ में बुधवार को स्वच्छता की शपथ के साथ स्वच्छता पखवाड़े की शुरूआत हो गई। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने आनलाइन माध्यम से विश्वविद्यालय के शिक्षकों, विद्यार्थियों, अधिकारियों, कर्मचारियों व अन्य सहभागियों को स्वच्छता की शपथ दिलाई। कुलपति ने इस अवसर पर सभी का आह्वान करते हुए कहा कि न सिर्फ स्वच्छता के प्रति स्वयं सजग हों बल्कि दूसरों को भी इसके लिए जागरूक और प्रेरित करें। कुलपति ने सभी प्रतिभागियों से स्वच्छता को जीवन में आत्मसात करने के लिए भी प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा जन-जन में स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने का जो प्रयास किया गया है, उसकी सफलता हम सभी के सामूहिक श्रम से ही संभव होगी।
विश्वविद्यालय में आयोजित इस आनलाइन कार्यक्रम के अंतर्गत सभी प्रतिभागियों ने स्वयं स्वच्छता के प्रति सजग रहने और उसके लिए समय देने की शपथ ली। प्रतिभागियों ने 100 घंटे यानि हर सप्ताह में दो घंटे स्वच्छता के लिए श्रमदान करने का संकल्प लिया। प्रतिभागियों ने इस शपथ में स्वयं से, परिवार से, मौहल्ले से, गावं से व कार्यस्थल से स्वच्छता की शुरूआत करने और स्वच्छ भारत मिशन का प्रचार करने का संकल्प भी लिया। कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने अपने संबोधन में विशेष रूप से प्रगति के सौंदर्य को बनाए रखने के लिए स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान और स्वच्छता मिशन की सफलता हमारे आपके प्रयासों से ही संभव है और यह प्रयास स्वच्छता ही सेवा के मंत्र से चरितार्थ होगा।
इस अवसर पर स्वच्छता पखवाड़े के संयोजक डा. सुरेंद्र सिंह ने इस पखवाड़े के दौरान विश्वविद्यालय व आसपास के गांवों में आयोजित होने वाली विभिन्न गतिविधियों की विस्तृत रूपरेखा भी प्रस्तुत की। उन्होंने बताया की आगामी 15 सितम्बर तक विश्वविद्यालय लगातार विभिन्न आनलाइन व आफलाइन आयोजनों के माध्यम से स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलायेगा। विश्वविद्यालय में आयोजित आनलाइन शपथ कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) व यूथ रेडक्रॉस ने महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा की। आयोजन के दौरान मंच का संचालन एनएसएस के संयोजक डॉ. दिनेश चहल ने किया। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की विभिन्न पीठों के अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, शिक्षक प्रभारी, शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी, विद्यार्थी व शोधार्थी उपस्थित रहे।